Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का गढ़ है विदिशा संसदीय क्षेत्र.यहां लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनाव लड़ने जा रहे हैं और उनका मुकाबला पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा के साथ हो रहा है. शिवराज सिंह चौहान और प्रताप भानु शर्मा दोनों 33 साल बाद एक दूसरे के सामने होंगे, इस कारण इस सीट की चर्चा काफी जोर-शोर से हो रही है. 

अटल-सुषमा जैसे दिग्‍गज कर चुके हैं इस सीट का प्रतिनिधित्‍व

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बता दें कि विदिशा संसदीय क्षेत्र मध्य प्रदेश के उन प्रमुख क्षेत्र में से है, जहां से कई दिग्गज निर्वाचित हुए हैं. इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जैसे दिग्‍गज कर चुके हैं. विदिशा से भाजपा ने वर्तमान सांसद रमाकांत भार्गव का टिकट काटते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मैदान में उतारा है.चौहान पांच बार यहां से निर्वाचित हो चुके हैं और यह उनका छठा चुनाव है.

1991 में शर्मा को शिकस्‍त दे चुके हैं शिवराज

विदिशा सीट पर अब तक 15 चुनाव हुए हैं, जिनमें कांग्रेस सिर्फ दो बार जीती है और दोनों ही बार यहां प्रताप भानु शर्मा निर्वाचित हुए हैं. एक बार फिर कांग्रेस ने शर्मा को उम्मीदवार बनाया है. शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा का पहला चुनाव 1991 में तब लड़ा था, जब अटल बिहारी वाजपेई ने विदिशा के साथ लखनऊ से निर्वाचित होने के चलते विदिशा सीट छोड़ी थी. उस चुनाव में चौहान ने जीत हासिल की थी. उस समय उनका मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार प्रताप भानु शर्मा साथ हुआ था और उन्‍होंने शर्मा को शिकस्त दी थी. अब एक बार फिर से दोनों विदिशा में 33 साल बाद आमने-सामने हैं.

माधवराव सिंधिया के करीबियों में रही है शर्मा की गिनती

मौजूदा समय में शिवराज इसी संसदीय सीट की बुधनी विधानसभा से विधायक हैं. यह संसदीय क्षेत्र रायसेन, विदिशा, सीहोर और देवास जिलों में फैला हुआ है. इन सभी विधानसभा क्षेत्रों पर भाजपा का कब्जा है. इस इलाके को भाजपा का गढ़ माना जाता है. वहीं पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा की बात करें तो वो 1980 और 1984 में उन्होंने विदिशा से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. अब एक बार फिर वे लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. कांग्रेस में शर्मा की गिनती माधवराव सिंधिया के करीबियों में रही है.