तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) ने बुधवार को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. इस घोषणापत्र में तमाम वादों की झड़ी लगाई गई है. घोषणापत्र में DMK ने वादा किया है कि लोकसभा चुनाव के बाद विपक्षी गठजोड़ (INDIA) सत्ता में आया तो नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को निरस्त कर दिया जाएगा. द्रमुक ने अपने घोषणापत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार द्वारा स्थापित नीति आयोग को भंग करने और फिर से योजना आयोग का गठन करने का भी वादा किया है.

किसानों के लिए ऋण और ब्‍याज माफी 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके अलावा डीएमके के घोषणापत्र में राष्ट्रीयकृत और अनुसूचित बैंकों में किसानों के लिए ऋण और ब्याज माफ करने की बात भी कही गई है. साथ ही छात्रों के लिए शिक्षा ऋण माफ करना, हर राज्य में सभी महिलाओं के लिए 1000 रुपए की मासिक पात्रता और मुख्यमंत्रियों को शामिल करके राज्य विकास परिषद का गठन करने का वादा भी किया गया है. द्रमुक ने नीट परीक्षा से तमिलनाडु को अलग करने और राष्ट्रीय राजमार्गों से टोल बूथ पूरी तरह हटाने का वादा भी अपने मैनिफेस्‍टो में किया है.

पहले चरण के लिए उम्‍मीदवारों की लिस्‍ट भी जारी की

द्रमुक ने आज 19 अप्रैल को होने वाले पहले चरण के चुनावों के लिए राज्‍य की 39 में से 21 सीटों के लिए उम्‍मीदवारों के नाम की सूची को भी जारी कर दिया है. पार्टी ने बाकी की 18 सीटों को कांग्रेस, वामपंथी दलों और वीसीके समेत अन्‍य सहयोगियों को आवंटित किया है. जिन 21 उम्‍मीदवारों को राज्‍य के सत्‍तारूढ़ दल ने मैदान में उतारा है, उनमें से 11 नए चेहरे हैं.

पहले चरण में 102 सीटों पर होगा मतदान

बता दें कि लोकसभा चुनाव 7 चरणों में संपन्‍न होने हैं. इन सातों चरणों के लिए वोटिंग 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को मतदान होगा. 4 जून को चुनाव के परिणाम आएंगे. पहले चरण में 21 राज्‍यों की 102 सीटों पर चुनाव होगा, जिसके लिए आज 20 मार्च से नॉमिनेशन शुरू हो चुके हैं. पहले चरण में जिन राज्‍यों की 102 सीटों पर चुनाव होना है, वो राज्‍य हैं- अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, नगालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, अंडमान निकोबार, जम्मू कश्मीर, लक्षद्वीप, पुद्दुचेरी.

भाषा से इनपुट