झारखंड की विधानसभा (Jharkhand Election) सीटों पर चुनाव दो चरणों में हुए थे, जिन पर आज नतीजे आ रहे हैं. मैटराइज के एग्जिट पोल (Exit Poll) के अनुसार झारखंड़ में इस बार भाजपा गठबंधन की सरकार बनती नजर आ रही है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के साथ बने 'इंडी' गठबंधन को बड़ा झटका लगता दिख रहा है. यहां कुल 81 सीटों पर चुनाव हुए थे और किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए कम से कम 41 सीटें जीतनी जरूरी हैं. आइए जानते हैं झारखंड की 10 सीटों के बारे में, जिन पर इस बार सबकी नजर है.

1- बरहेट

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साहिबगंज जिले के बरहेट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बतौर झामुमो प्रत्याशी तीसरी बार मैदान में हैं. उनका मुकाबला आजसू छोड़कर भाजपा में आए प्रत्याशी गमालियल हेम्ब्रम से है. गमालियल को बतौर आजसू प्रत्याशी 2019 के विधानसभा चुनाव में केवल 2,573 वोट मिले थे. 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा ने साइमन मालतो को उम्मीदवार बनाया था, जिन्हें 48 हजार से अधिक वोट मिले थे. इस बार भाजपा ने साइमन मालतो का टिकट काट दिया, तो वे नाराज होकर झामुमो में शामिल हो गए और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रचार अभियान की कमान संभाल रहे हैं.

2- धनवार

गिरिडीह जिले की धनवार सीट पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी मैदान में हैं. इस सीट पर इंडिया गठबंधन की एकता दरकी हैं और यहां से झामुमो-भाकपा माले गठबंधन के दोनों दलों ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं. भाकपा माले ने राजकुमार यादव और झामुमो ने निजामुद्दीन अंसारी को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा के वोटों में सेंधमारी कर रहे निर्दलीय प्रत्याशी निरंजन राय ने गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली और प्रचार अभियान के आखिरी दौर में वे बाबूलाल मरांडी के साथ घूम- घूमकर उनके लिए वोट मांगते दिखे.

3- गांडेय

तीसरी हॉट सीट है, गिरिडीह जिले की गांडेय, जहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन मुर्मू मैदान में हैं. भाजपा ने उनके खिलाफ गिरिडीह जिला परिषद की अध्यक्ष मुनिया देवी को मैदान में उतारा है. मुस्लिम और आदिवासी बहुल मतदाताओं वाली इस सीट पर सिर्फ एक बार 2014 में भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश वर्मा को जीत हासिल हुई थी. 

4- जामताड़ा

जामताड़ा की गिनती भी राज्य की हॉट सीटों में हो रही है, जहां से हमेशा अपने बयानों की वजह से विवादों में रहने वाले कांग्रेस उम्मीदवार और हेमंत सरकार के मंत्री इरफान अंसारी हैट्रिक की उम्मीद के साथ मैदान में हैं. इन्हें सोरेन परिवार की बहू और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन उन्‍हें कड़ी टक्कर दे रही हैं. कुछ दिनों पहले इरफान अंसारी द्वारा सीता सोरेन के ऊपर की गई एक व्यक्तिगत एवं आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद से इरफान अंसारी डिफेंसिव हैं और भाजपा हमलावर.

5- सिल्ली

आजसू प्रमुख सुदेश महतो की उम्मीदवारी के कारण रांची जिले के सिल्ली सीट की गिनती भी राज्य की हॉट सीटों में होती है. 2014 को छोड़कर 2000 से 2019 तक सुदेश महतो का इस सीट पर कब्ज़ा रहा है. 2014 में झामुमो उम्मीदवार के तौर पर अमित महतो ने उनसे यह सीट छीनी थी. झामुमो ने एक बार फिर अमित महतो को प्रत्याशी बनाया है. सुदेश और अमित के बीच आमने-सामने के इस मुकाबले को जेएलकेएम (झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा) के देवेंद्र महतो त्रिकोणीय बनाने का प्रयास कर रहे हैं.

6- नाला

झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो नाला सीट से चुनावी मैदान में हैं, जहां भाजपा ने पिछले चुनाव में आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ चुके माधव चंद्र महतो को उम्मीदवार बनाया है. 2019 का चुनाव भाजपा और आजसू ने अलग-अलग लड़ा था. भाजपा उम्मीदवार को करीब 57 हजार और आजसू प्रत्याशी को 16 हज़ार से अधिक वोट मिले थे. इस बार भाजपा और आजसू साथ-साथ हैं. 

7- चंदनकियारी

झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी चंदनकियारी सीट से भाग्य आजमा रहे हैं. उनका मुकाबला झामुमो के उमाकांत रजक से है, जो आजसू छोड़कर झामुमो में आए हैं. 

8- महागामा

गोड्डा जिले की महागामा सीट पर हेमंत सोरेन सरकार में कांग्रेस कोटे की मंत्री दीपिका पांडेय सिंह का भाजपा के अशोक भगत से सीधा मुकाबला है.

9- मधुपुर

देवघर जिले की मधुपुर सीट पर झामुमो कोटे के मंत्री हफीजुल हसन को भाजपा के गंगा नारायण सिंह से कड़ी चुनौती मिल रही है. 

10- डुमरी

हेमंत सरकार की एक अन्य मंत्री बेबी देवी डुमरी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी हैं. उन्हें आजसू पार्टी की यशोदा देवी और झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के फायरब्रांड लीडर जयराम महतो चुनौती दे रहे हैं.