E-cigarette ban violations: प्रतिबंध के बावजूद ई-सिगरेट (E-cigarette) आसानी से ऑनलाइन और तंबाकू की दुकानों पर उपलब्ध होने के कारण केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (Electronic Cigarettes) के मैन्युफैक्चर, बिक्री और विज्ञापनों पर रोक लगाने वाले कानून को सख्ती से लागू करने के लिए एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया है. इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट का निषेध (उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री, वितरण, भंडारण और विज्ञापन) कानून (पीईसीए) 2019 में लागू हुआ.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मंत्रालय ने सभी उत्पादकों, निर्माताओं, आयातकों, निर्यातकों, वितरकों, विज्ञापनदाताओं, कोरियर सहित ट्रांसपोर्टर, सोशल मीडिया वेबसाइट, ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट, दुकानदारों/खुदरा विक्रेताओं समेत अन्य को ई-सिगरेट (E-cigarette) का डिस्ट्रीब्यूशन या स्टोरेज पूर्ण उत्पाद या उसके किसी भाग के रूप में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उत्पादन या निर्माण, आयात या निर्यात या परिवहन या बिक्री नहीं करने का निर्देश दिया है.

ये भी पढ़ें- Success Story: ग्रेजुएशन के बाद खेती को बनाया कमाई का जरिया, सब्जियां उगाकर कमा रहा लाखों

ई-सिगरेट की बिक्री कानून अपराध

हाल में जारी नोटिस में उनसे इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (Electronic Cigarettes) का विज्ञापन नहीं करने या ऐसे विज्ञापन में हिस्सा नहीं लेने को भी कहा है जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के इस्तेमाल को बढ़ावा देता हो. सार्वजनिक नोटिस में एक नोट जोड़ते हुए, मंत्रालय ने कहा, इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (Electronic Cigarettes) के उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री (ऑनलाइन बिक्री सहित), वितरण, भंडारण और विज्ञापन का अपराध कानून के वैधानिक प्रावधानों के अनुसार संज्ञेय और दंडनीय है.

ये भी पढ़ें- Business Ideas: गांव में अपनी मंडी और ग्रामीण बाजार से कमाएं मोटा मुनाफा, सरकार दे रही ₹12.50 लाख

बाजार में चाइनीज ई-सिगरेट की भरमार

‘वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ के प्रबंधक बिनॉय मैथ्यू ने कहा, 2019 में भारत सरकार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद, वे तंबाकू की दुकानों और ऑनलाइन आसानी से उपलब्ध हैं और 18 साल से कम उम्र वालों को बेची जाती हैं. उन्होंने कानून को सख्ती से लागू करने के लिए सार्वजनिक नोटिस लाने के सरकार के कदम का स्वागत करते हुए कहा, हमारी युवा पीढ़ी को जहरीले व्यसन के एक नए रूप से बचाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (Electronic Cigarettes) पर प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि, इसका क्रियान्वयन कमजोर रहा है, जिसके परिणामस्वरूप बाजार सस्ते और बिना ब्रांड वाली चीनी निर्मित ई-सिगरेट (E-Cigarettes) से भर गया है.

ये भी पढ़ें- यहां ढैंचा बीज की होगी फ्री होम डिलिवरी, किसानों को होगा बड़ा फायदा, जानिए पूरी डीटेल

भारी जुर्माने और कारावास के प्रावधान के बावजूद, ई-सिगरेट तंबाकू विक्रेताओं, सामान्य दुकानों और ऑनलाइन प्रदाताओं सहित कई स्रोतों में व्यापक रूप से उपलब्ध हैं. स्कूली बच्चों सहित युवाओं में ई-सिगरेट का बड़े पैमाने पर उपयोग देखा गया है.  मैथ्यू ने कहा, ई-सिगरेट (E-Cigarettes)  के व्यापारी अवैध रूप से बाजार में पैर जमाने में कामयाब रहे हैं, जिसका प्रतिबंध से पूरी तरह से समाधान नहीं हो पाया है.

निकोटीन की लत में फंस रहे युवा

सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने वाले रंजीत सिंह ने कहा, ई-सिगरेट और आकर्षक स्वाद वाले उत्पादों को युवा पीढ़ी को निकोटीन की लत में फंसाने के लिए तैयार किया गया है. यह चिंताजनक है कि एक प्रतिबंधित उत्पाद भारतीय बाजार में इतनी आसानी से उपलब्ध है. उन्होंने कहा, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी सार्वजनिक नोटिस, प्रतिबंधित उत्पाद पर जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ पीईसीए, 2019 प्रावधानों के विवरण को स्पष्ट करते हुए, इस खतरनाक उत्पाद को भारत में विपणन से रोकने के लिए सरकार के दृढ़ संकल्प को दिखाता है. ई-सिगरेट और इस तरह के तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लागू करने के लिए राज्य सरकारों को समान कदम उठाने चाहिए.

ये भी पढ़ें- PM Kisan: 14वीं किस्त के लिए 25 मई तक कर लें ये छोटा सा काम, वरना नहीं मिलेंगे 2000 रुपये

फरवरी में, मंत्रालय ने ई-सिगरेट (E-Cigarettes) पर प्रतिबंध का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा था, जिसमें चिंता व्यक्त की थी कि ये उपकरण अभी भी ऑनलाइन और स्थानीय विक्रेताओं के पास उपलब्ध हैं. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को संबोधित एक पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा था कि ई-सिगरेट (E-Cigarettes) जैसे उपकरणों को दुकानों या स्टेशनरी स्टोर और शैक्षणिक संस्थानों के पास बेचे जाने की भी सूचना मिली है, जिसके परिणामस्वरूप छोटे बच्चों द्वारा ऐसे उत्पादों के लिए आसान पहुंच है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें