Petrol दिल्ली में 73 रुपये से नीचे आया, जानें आज पेट्रोल-डीजल का दाम
डीजल के दाम दिल्ली और कोलकाता में 41 पैसे प्रति लीटर कम हुए. वहीं, मुंबई में डीजल के दाम में 44 पैसे और चेन्नई में 43 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई.
पेट्रोल और डीजल के दाम में शुक्रवार को लगातार नौवें दिन गिरावट दर्ज की गई. दिल्ली में पेट्रोल का भाव 73 रुपये प्रति लीटर से कम हो गया है. वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 75 रुपये लीटर और चेन्नई में 76 रुपये लीटर से कम दाम पर पेट्रोल मिलने लगा है. डीजल का भाव दिल्ली में 68 रुपये और मुंबई में 71 रुपये प्रति लीटर से कम हो गया है. तेल विपणन कंपनियों ने दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल के भाव में 37 पैसे प्रति लीटर की कटौती की, जबकि कोलकाता में पेट्रोल 36 पैसे और चेन्नई में 39 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ.
डीजल के दाम दिल्ली और कोलकाता में 41 पैसे प्रति लीटर कम हुए. वहीं, मुंबई में डीजल के दाम में 44 पैसे और चेन्नई में 43 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई. इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में शुक्रवार को पेट्रोल के भाव क्रमश: 72.87 रुपये, 74.88 रुपये, 78.43 रुपये और 75.62 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए.
चारों महानगरों में डीजल की कीमतें क्रमश: 67.72 रुपये, 69.57 रुपये, 70.89 रुपये और 71.52 रुपये प्रति लीटर दर्ज की गईं. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेट क्रूड का भाव 60 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बना हुआ है. डब्ल्यूटीआई 51 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बना हुआ है.
कच्चा तेल में नरमी
अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार बढ़ने और वैश्विक मांग घटने के कारण कीमतों में भारी गिरावट आई है. कच्चे तेल की वैश्विक आपूर्ति बढ़ने और मांग घटने से पिछले सात सप्ताह से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में नरमी बनी हुई है. 3 अक्टूबर के बाद ब्रेंट क्रूड के दाम में 30 फीसदी से अधिक और डब्ल्यूटीआई के भाव में करीब 33 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.
ओपेक की बैठक पर सबकी नजर
कच्चे तेल के दाम में आई हालिया गिरावट के बाद इस बात की संभावना बढ़ गई है कि आगामी 6 दिसंबर को वियना में ऑगेर्नाइजेजन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपार्टिग कंट्रीज (ओपेक) की बैठक में तेल की आपूर्ति में कटौती पर जोर डाला जाएगा, जिसके बारे में प्रमुख तेल उत्पादक देश सऊदी अरब पिछले दिनों कई बार दोहरा चुका है. जानकारों का कहना है कि कच्चे तेल का भाव एक साल के निचले स्तर पर आ गया है, ऐसे में जाहिर है कि सऊदी अरब ओपेक देशों पर तेल की आपूर्ति में 14 लाख बैरल रोजाना की कटौती करने पर जोर डालेगा, लेकिन इस पर अमल होने की संभावना कम है.
(इनपुट एजेंसी से)