फेस्टिव सीजन का असर! पेट्रोल-डीजल की बिक्री 4 महीने में सबसे ज्यादा, लेकिन LPG की डिमांड पर पड़ा बुरा असर
सालाना आधार पर ATF की मांग 26.4 फीसदी बढ़कर अक्टूबर में 568000 टन रहा. सूत्रों के मुताबिक घरेलू एयर ट्रैवल प्री-कोविड लेवल पर पहुंच गई है. हालांकि, कुछ देशों में पाबंदियों के चलते इंटरनेशनल ट्रैफिक अभी भी प्रभावित है.
कोरोना महामारी के बाद इकोनॉमी के रफ्तार गति पकड़ रही है. इसकी वजह इकोनॉमी एक्टिवटी में आई रिकवरी है. पाबंदियां घटने से लोग इस साल धूमधाम से त्योहार मना रहे हैं. इसी का नतीजा है कि अक्टूबर में पेट्रोल और डीजल की बिक्री बढ़ी है. बिक्री का आंकड़ा 4 महीने में सबसे ज्यादा है, जो जून महीने के बाद का सबसे बेहतर आंकड़ा है. बता दें कि अच्छी आर्थिक ग्रोथ फ्यूल ऑयल की डिमांड को सपोर्ट करता है. कोरोना पाबंदियों में राहत से अबतक भारत की ऑयल डिमांड लगातार बढ़ रही है.
सालाना आधार पर पेट्रोल बिक्री 12% बढ़ी
आंकड़ों के मुताबिक पेट्रोल की बिक्री अक्टूबर में 2.78 मिलियन टन रही, जो पिछले साल समान महीने में 2.48 मिलियन टन थी. यानी पेट्रोल बिक्री सालाना आधार पर 12.1 फीसदी बढ़ी है. यह आंकड़ा अक्टूबर 2019 में पेट्रोल की बिक्री से 21.4 फीसदी और अक्टूबर 2020 में बिक्री से 16.6 फीसदी ज्यादा है. हालांकि, मासिक आधार पर पेट्रोल की डिमांड 1.9 फीसदी घटी है.
डीजल की बिक्री में भी इजाफा
देश में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला फ्यूल डीजल की भी बिक्री अक्टूबर में 12 फीसदी बढ़कर 6.57 मिलियन टन रही. डीजल की बिक्री अक्टूबर 2020 से 6.5 फीसदी और अक्टूबर 2019 से 13.9 फीसदी ज्यादा है. मासिक आधार पर अगस्त में जुलाई की तुलना में डीजल की बिक्री करीब 5 फीसदी घट गई थी. जबकि डिमांड मासिक आधार पर 9.7 फीसदी बढ़ी है.
आगे और बढ़ेगी डीजल की मांग
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एजेंसी सूत्रों के मुताबिक डीजल की मांग आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है. क्योंकि मानसून में देरी हुई है, जिससे एग्रीकल्चर सीजन में डीजल की मांग बढ़ेगी. बता दें कि बारिश के चलते एग्री सेक्टर में एक्टिविटी ठप पड़ जाती है. इससे भराई और ढुलाई पर असर पड़ता है. नतीजतन डीजल की मांग कमजोर पड़ जाती है. हालांकि, रबी सीजन की बुआई की शुरुआत और फेस्टिव सीजन से इकोनॉमिक एक्टिविटी बढ़ेगी और साथ में डीजल की मांग भी बढ़ेगी.
कुछ देशों में पाबंदियों एविएशन सेक्टर पर असर
जेट फ्यूल की बात करें तो इसकी भी मांग बढ़ी है. सालाना आधार पर ATF की मांग 26.4 फीसदी बढ़कर अक्टूबर में 568000 टन रहा. सूत्रों के मुताबिक घरेलू एयर ट्रैवल प्री-कोविड लेवल पर पहुंच गई है. हालांकि, कुछ देशों में पाबंदियों के चलते इंटरनेशनल ट्रैफिक अभी भी प्रभावित है. रसोई गैस LPG की बिक्री सालाना आधार पर अक्टूबर में 1.27 फीसदी घटकर 2.44 टन रही. इसकी डिमांड भी हल्की कमजोरी के साथ 2.48 मिलियन टन रही.
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03:22 PM IST