बेहतर जीवन स्तर और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के चलते अब लोग 60 साल के बाद भी पूरी तरह स्वस्थ है और इस कारण दुनिया भर में रिटायरमेंट की उम्र बढ़ रही है. भारत में भी आने वाले दिनों में ये रुझान देखने को मिलेंगे. ऐसे में सरकार को पेंशन का बोझ कम करने के लिए रिटायरमेंट की उम्र में चरणबद्ध ढंग से बढ़ोतरी करने की योजनाएं बनानी होंगी. संसद में गुरुवार को पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में यह बात कही गई है.

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आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है, 'बढ़ती हुई वृद्ध जनसंख्या और पेंशन वित्त पोषण पर बढ़ते दबाव के कारण बहुत से देशों ने पेंशन योग्य रिटायरमेंट की उम्र को बढ़ाना शुरू कर दिया है. जर्मनी, फ्रांस और अमेरिका जैसे देशों ने रिटायरमेंट उम्र को बढ़ा दिया है. ब्रिटेन में 2020 तक स्टेट पेंशन उम्र 66 वर्ष हो जाएगी. आगे चलकर इसे 68 वर्ष करने की योजना है.'

आर्थिक सर्वे में आगे कहा गया है, 'भारत में महिला और पुरुषों की उम्र प्रत्याशा लगातार बढ़ रही है. अन्य देशों के अनुभवों के आधार पर यहां भी पुरुषों और महिलाओं की रिटायरमेंट उम्र में बढ़ोतरी करने पर विचार किया जा सकता है. यह पेंशन सिस्टम को प्रैक्टिकल बनाने की कुंजी है.' सर्वे के मुताबिक भारत में पुरुष और महिलाओं, दोनों में 60 वर्ष की स्वास्थ्य जीवन प्रत्याशा बढ़ रही है, जिसमें ये उम्मीद की जाती है कि 60 साल में भी व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ होगा और उसे बीमारी या चोट संबंधी कोई परेशानी नहीं होगी.

विभिन्न देशों में रिटायरमेंट की उम्र में आ रहे बदलाव- 

1- जर्मनी: रिटायरमेंट की उम्र 2023 तक 66 वर्ष और 2029 तक 67 वर्ष की जाएगी.

2- अमेरिका: 1960 या उसके बाद पैदा होने वाले लोगों के लिए पेंशन लाभ उम्र धीरे-धीरे 67 वर्ष हो जाएगी.

3- ब्रिटेन: अक्टूबर 2022 तक राज्य पेंशन आयु 66 वर्ष हो जाएगी. आगे चलकर उसे 68 वर्ष तक बढ़ाया जाएगा.

4- आस्ट्रेलिया: सरकार का प्रस्ताव पास हो गया तो 2023 तक पेंशन योग्य आयु को 67 वर्ष कर दिया जाएगा.

5- चीन: रिटायरमेंट की आयु को बढ़ाना विचाराधीन है. 2045 तक रिटायरमेंट की उम्र 65 वर्ष हो सकती है.

6- जापान: रिटायरमेंट की उम्र को 70 साल तक बढ़ाना विचाराधीन है.