Tax collections: आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने  पब्लिक सेक्टर बैंकों के प्रमुखों के साथ अहम बैठक की. लोन बांटने और शेड्यूल कास्ट के लिए चल रही सरकार की तमाम योजनाओं का किस तरह क्रियान्वयन किया जा रहा है, उस आधार पर सरकारी बैंकों का परफॉर्मेंस रिव्यू किया गया. इसके बाद उन्होंने टैक्स कलेक्शन को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के लिए टैक्स कलेक्शन लिटमस पेपर टेस्ट जैसा है. बता दें कि ग्रॉस टैक्स कलेक्शन में 30 फीसदी का उछाल आया है. इधर PSB प्रमुखों के साथ हुई बैठक में उन्होंने यह जानने की कोशिश की  कि शेड्यूल कास्ट के लोगों को किस तरह लोन बांटा जा रहा है. क्या उन्हें सरकार की तमाम योजनाओं और घोषणाओं का उचित लाभ मिल रहा है या नहीं.

डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में काफी सुधार हुआ है

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

टैक्स पर बोलते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में काफी सुधार हुआ है. एक वक्त ऐसा आया था जब इन-डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन से बढ़ गया था, लेकिन अब डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन उसके बराबर या उससे ज्यादा हो गया है. टेक्नोलॉजी के कारण डायरेक्ट और इन-डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का फासला घट गया है. उन्होंने कहा कि टैक्स संबंधी शिकायतों का निवारण समय पर होना चाहिए.

 

 

टेक्नोलॉजी के कारण काम फेसलेस हो गया है

वित्त मंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी के कारण सारा काम फेसलेस हो गया है. इसके कारण टैक्सपेयर के बीच किसी तरह का भेदभाव खत्म हो गया है. टैक्स सिस्टम को और एफिशिएंट बनाने के लिए RRR कॉन्सेप्ट पर काम करना होगा. रिटर्न फाइलिंग में जल्दबाजी लानी होगी. रिफंड भी जल्दी करना होगा और रिड्रेसल यानी टैक्स संबंधी किसी तरह की समस्या का समाधान भी जल्द करना होगा.

टैक्स कलेक्शन में 30 फीसदी उछाल

वित्त मंत्री ने कहा कि किसी भी देश की इकोनॉमी के लिए टैक्स कलेक्शन लिटमस पेपर टेस्ट जैसा है. इससे इकोनॉमी की सही हालत का पता चलता है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में 17 सितंबर तक ग्रॉस टैक्स कलेक्शन में 30 फीसदी का उछाल आया है और यह आंकड़ा 8.36 लाख करोड़ रुपए है. नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 7.01 लाख करोड़ रहा है और इसमें 23 फीसदी का उछाल आया है. चालू वित्त वर्ष में अब तक 135556 करोड़ का रिफंड जारी किया गया है और इसमें 83 फीसदी का उछाल आया है. नंबर ऑफ रिफंड के मामले में 468 फीसदी का उछाल आया है.