पावर सेक्रेटरी ने बताई अचानक बिजली महंगी होने की ये वजह, 15.37 रुपये यूनिट हो गई थी कीमत
बिजली सचिव एके भल्ला ने कहा कि बिजली संयंत्रों में कोयले के अपर्याप्त भंडार और पवन ऊर्जा एवं पनबिजली उत्पादन में आयी गिरावट से इंडियन एनर्जी एक्सचेंज में बिजली की दर 15.37 रुपये प्रति यूनिट की ऊंचाई तक पहुंच गई.
बिजली सचिव एके भल्ला ने कहा कि बिजली संयंत्रों में कोयले के अपर्याप्त भंडार और पवन ऊर्जा एवं पनबिजली उत्पादन में आयी गिरावट से इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) में बिजली की दर 15.37 रुपये प्रति यूनिट की ऊंचाई तक पहुंच गई.
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा पावर ट्रांसमिशन पर आयोजित एक सम्मेलन के दौरान भल्ला ने संवाददाताओं से कहा, 'इस मौसम के दौरान पवन ऊर्जा अचानक से कम हो जाती है. वहीं पनबिजली का उत्पादन भी घटने लगता है. उत्पादन में यह कमी हमेशा आती है.' हालांकि ये अलग बात है कि एनर्जी एक्सचेंज में हाजिर बोली में इस साल बिजली ने महंगाई का नौ साल पुराना रिकार्ड तोड़ दिया.
उन्होंने कहा, 'इस साल हम बिजली संयंत्रों विशेषकर उत्तर भारत के संयंत्रों में कोयले का भंडार बनाने में नाकाम रहे हैं. इस तरह बिजली की कमी के चलते आईईएक्स पर 15 मिनट या आधे घंटे के लिए बिजली की दरें उच्च स्तर पर पहुंच गईं.' शुक्रवार को आपूर्ति के लिए आईईएक्स पर बिजली की दरें 15.37 रुपये प्रति यूनिट तक चली गई जो पिछले नौ साल का उच्च स्तर है. आईईएक्स के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले अगस्त 2009 को बिजली के दाम आईईएक्स पर 17 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच गए थे.