पिछले 10 वर्षों में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किया गया काम, पिछली सरकार के 60 वर्षों में किए गए काम से अधिक है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को यह बात कही. संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री सिंधिया ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने गुणवत्ता, गति, मात्रा और प्रसार पर ध्यान देते हुए बुनियादी ढांचे का विकास किया है.

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संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार इंफ्रा डेवलपमेंट पर जोर दिया है. हर साल, बजट में इंफ्रा पर सरकारी निवेश को बढ़ाया गया है. आज आप देश के किसी भी राज्य चले जाएं, आप वहां के क्षेत्रवासी से किसी नए हवाईअड्डे, या हाईवे या नयी ट्रेन के विषय में चर्चा होती हुई ज़रूर सुनेंगे. उन्होंने कहा कि यह भारत में सुशासन और राजनीति के नए युग को परिभाषित कर रहा है. भारत में पिछले 10 वर्षों में अधोसंरचना निर्माण की सोच और approach में पूर्ण रूप से, या मैं कहूं 180 डिग्री बदलाव आया है. इसमें 4 पैरामीटर्स हैं.             

1. बुनियादी ढांचे की मात्रा: 

111 ट्रिलियन रुपये की इन्फ्रा पाइपलाइन का ऐतिहासिक budget रखा गया है – दर्जन विकासशील देशों (developing nations) के कुल GDP से भी ज़्यादा है. अगले 5-6 वर्षों के लिए यही trend देखने को मिलने वाला है. 

Morgan Stanley की एक रिपोर्ट मानें तो आज यदि भारत का अधोसंरचना में निवेश GDP का 5.3% है तो to वर्ष 2029 में ये 6.5% होगा (CAGR = 15.3%).  

Roads: बजट आवंटन में 2013-14 में लगभग ₹31,130 करोड़ से बढ़कर 2024-25 में ₹2.7 lakh crore तक की भारी वृद्धि हुई है. भारत में National Highway नेटवर्क March 2014 में 91,287 kms से बढ़कर, 2024 (July) तक 146,126 kms हो गया है, यानी नेटवर्क में 60% की वृद्धि हुई है.

Railways: भारतीय रेल आज एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है. आपको याद होगा, UPA सरकार के 10 वर्षों में रेल को केवल जैसे-तैसे चलाने पर जोर दिया जाता था – उनका विजन सिर्फ इतना था कि ट्रेनें बंद नहीं होनी चाहिए. आज कहानी बदल गई है, मोदी सरकार ने भारतीय रेल के लिए ₹2,62,200 करोड़ का रिकॉर्ड बजट आवंटित किया है (8 गुना वृद्धि).

Aviation: हम भारत को global aviation hub बनाने के लिए committed हैं. जहां 70 वर्षों में सिर्फ 74 हवाईअड्डे बने थे, वहीं पिछले 10 वर्षों में इस संख्या को दोगुना कर दिया है –157. Fleet size: 400 to 723. इसी कारण हवाई सेवाओं का लोकतंत्रीकरण संभव हो पाया है. 

2. बुनियादी ढांचे की गति: 

Roads: जहां 2014-15 में यह pace of construction 12 kms/day थी, वहीं FY 2024 में यह बढ़कर 37.8 kms/day हो गई है. हमारा लक्ष्य है कि 2047 तक इसे 60 kms/day तक बढ़ाया जाए. 

Railways: ट्रैक बिछाने की गति 2014-15 में प्रति दिन 4 किलोमीटर से बढ़कर 2023-24 में प्रति दिन 14.54 किलोमीटर यानी 10 गुना से अधिक बढ़ गयी है. केवल एक दशक में, भारत ने 31,180 kms रेलवे ट्रैक का निर्माण किया है. 

Aviation: इस वर्ष हमने एक दिन में 15 हवाईअड्डों की शुरुआत की थी – ये speed unmatched है! ये speed unseen है! ये speed unprecedented है! 

3. बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता (और नवाचार): Infrastructure के केवल quantity ही नहीं बल्कि quality में भी बढ़ौतरी हुई है.

Roads: बेहतर highways के निर्माण से freights ट्रकों का transit समय लगभग 20% कम हुआ है - इससे logistics costs में सालाना 2.40 लाख करोड़ रुपये से 4.80 लाख करोड़ रुपये तक की संभावित बचत हुई है, इससे हमारे logistics costs को 2025 तक 9% तक लाने के लक्ष्य को नयी मजबूती मिली है.

Railways: भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे greenest रेलवे सिस्टम में से एक बन गया है और हमने 97% ब्रॉड-गेज नेटवर्क का electrification सुनिश्चित किया है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन जैसी high-speed rail projects और 2047 तक 4,500 वंदे भारत ट्रेनों का लक्ष्य- रेल सेक्टर के विकास के प्रति हमारे संकल्प को दर्शाता है. 

Aviation: भारतीय ड्रोन क्रांति को नई शक्ति देते हुए हमने 2021 में नई ड्रोन नीति लागू की, आज भारत के नागरिक बिना पासपोर्ट के ड्रोन लाइसेंस ले सकते हैं जिससे मेरे किसान भाई-बहनों को लाभ मिल रहा है. आने वाले वर्षों में हमारा लक्ष्य है कि हम ड्रोन क्षेत्र में ‘ब्रांड इंडिया’ को सबसे reliable एंड affordable बनाएं. 

4. बुनियादी ढांचे का कवरेज (पूर्वोत्तर जैसे असंबद्ध क्षेत्रों के लिए): उदाहरण – मेरे प्रभार का DoNER मंत्रालय – पिछली सरकारों द्वारा जिस उत्तर पूर्वी भारत में बुनियादी ढांचे का विकास दरकिनार किया जाता था, आज वहीँ infrastructural projects की लाइन लग चुकी है – 

Aviation: हवाईअड्डों की संख्या करीब दोगुनी होकर 17 पर पहुंच गई है. 

Railways: रेलवे के निर्माण के लिए बजट 384% बढ़कर करीब रु 9970 करोड़ हो गया है और करीब 2000 किलोमीटर के रेलवे ट्रैक का निर्माण हुआ है. 

Roads: सड़कों की बात करें तो Special Accelerated Road Development Programme NE प्रोजेक्ट के अंतर्गत रु 63,542 करोड़ की 5,468 km की सड़कों की स्वीकृति दी गयी है, जिसमें से 3,699 किमी ( 67%) की सड़कों का निर्माण पूर्ण हो गया है. ₹3,00,000 करोड़ की कुल 800 सड़क परियोजनाएं शुरू की गई हैं.