Inflation and Shrinkflation: महंगाई के बढ़ते आंकड़ें हमारी जिंदगी और रोजमर्रा के चीजों पर गहरा असर डाल रहे हैं. सब्जी, फल, तेल, सर्फ या नहाने का साबुन, सभी चीजों के दाम इस साल की शुरुआत के मुकाबले काफी महंगे हो चुके हैं. बढ़ती महंगाई का असर किचन से लेकर बाथरूम तक सभी जगह बराबर रूप से देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में नजर डालते हैं कि कैसे आपके घर का बजट बिना आपकी जानकारी के बिगड़ रहा है. जी हां, आपके रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली चीजों के दाम सिर्फ बढ़ ही नहीं रहे हैं, बल्कि आपको अब पहले के मुकाबले कम भी मिल रहे हैं.

कितनी बढ़ी महंगाई

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अगर हम जनवरी 2022 की तुलना अक्टूबर 2022 से करें तो हम पाएंगे कि हमारी रोजमर्रा की जरूरत के कई सामानों की कीमतों में काफी उछाल देखने को मिला है.

Pears साबुन की 300 ग्राम की टिकिया 135 रुपये से बढ़कर 162 रुपये हो गया है. 150 ग्राम का Surf Excel 20 रुपये से बढ़कर 22 रुपये हो गया है. 500 ग्राम का Wheel surf 30 रुपये से बढकर 37 रुपये हो गया है. 125 ग्राम का Lifebuoy साबुन 31 रुपये से बढ़कर 33 रुपये हो गया है.

 Shrinkflation का शिकार होते प्रोडक्ट्स

ऐसा नहीं है कि रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़े इन चीजों के सिर्फ दाम ही बढ़े हैं, बल्कि कुछ सामानों पर अब पहले के मुकाबले आपको कम सामान भी मिल रहा है. जैसे कि मैगी कै पैकेट 10 रूपये से बढ़कर 12 रूपये तो हो ही गया लेकिन पैक का वजन भी घट गया. Maggie अकेला प्रोडक्ट नहीं है जो कि Shrinkflation का शिकार हुआ. चिप्स से लेक सर्फ़ के छोटे पैकेट भी सिकुड़ गये हैं. 

कंपनियों ने जिन प्रोडक्ट्स के दाम नहीं बढ़ाएं हैं वहां उन्होंने चीजों के आकार में कटौती कर दी है. जैसे पहले 5 रुपये में 75 ग्राम विम बार मिलता था, लेकिन अब इसी दाम में लोगों को 60 ग्राम विम बार मिलता है. 10 रुपये में 150 ग्राम Rin साबुन मिलता था, लेकिन अब 120 ग्राम मिलता है. 99 रुपयों में बिकने वाली 500 ग्राम की किसान सॉस का वजन घटकर 450 ग्राम हो गया है. Parle G ने पैक का दाम 5 रुपये ही रखा लेकिन वजन 55 ग्राम से 50 ग्राम कर दिया है.

क्या होता है Shrinkflation

जब बढ़ती महंगाई के चलते चीजों के दाम बढ़ने लगे या आपको पहले के मुकाबले अधिक दाम देना पड़े तो आप इसे आसान भाषा में Inflation भी कह सकते हैं. लेकिन Shrinkflation में आपको मिलने वाले चीजों की मात्रा में कमी आ जाती है. ऐसे में आपको पहले के मुकाबले कम सामान मिलता है.