Industrial Production: खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन के कारण इस साल मई में देश का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन सात महीने के उच्चतम स्तर 5.9 फीसदी पर पहुंच गया. शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई. इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन सूचकांक (IIP) पर आधारित इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन मई 2023 में 5.7 फीसदी बढ़ा था. 

अप्रैल में 5 फीसदी रहा था IIP

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एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मई 2024 में भारत का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन सूचकांक 5.9 फीसदी बढ़ा. IIP इस साल अप्रैल में पांच फीसदी, मार्च में 5.4 फीसदी, फरवरी में 5.6 फीसदी और जनवरी में 4.2 फीसदी की दर से बढ़ा था. पिछले साल दिसंबर में IIP 4.4 फीसदी और नवंबर में 2.5 फीसदी था. IIP का पिछला उच्च स्तर अक्टूबर 2023 में 11.9 फीसदी था. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के मुताबिक मई 2024 में खनन उत्पादन 6.6 फीसदी और बिजली उत्पादन 13.7 फीसदी बढ़ा. 

खनन उत्पादन का ग्रोथ

मई 2023 में खनन उत्पादन 6.4 फीसदी और बिजली उत्पादन 0.9 फीसदी बढ़ा था. आंकड़ों के मुताबिक इस साल मई में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 4.6 फीसदी रह गई, जो एक साल पहले इसी माह में 6.3 फीसदी थी. समीक्षाधीन माह में पूंजीगत सामान खंड की वृद्धि दर घटकर 2.5 फीसदी रह गई, जो एक साल पहले इसी महीने में 8.1 फीसदी थी. उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं का उत्पादन मई 2024 में 12.3 फीसदी बढ़ा, जबकि मई 2023 में इसमें 1.5 फीसदी की वृद्धि हुई थी. 

बुनियादी  ढांचे का ग्रोथ

उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं के उत्पादन में 2.3 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि मई 2023 में इसमें 8.9 फीसदी की वृद्धि हुई थी. आंकड़ों के अनुसार बुनियादी ढांचे/निर्माण वस्तुओं में मई 2024 में 6.9 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले इसी माह में यह आंकड़ा 13 फीसदी था. 

प्राइमरी गुड्स कैटिगरी का ग्रोथ

आंकड़ों से यह भी पता चला कि प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में इस साल मई में 7.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जो एक साल पहले 3.6 फीसदी थी. समीक्षाधीन महीने में मध्यवर्ती वस्तुओं के खंड में 2.5 फीसदी की वृद्धि हुई, जो एक साल पहले इसी माह में 3.4 फीसदी थी. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में वृद्धि 5.4 फीसदी रही जो एक साल पहले इसी अवधि में 5.1 फीसदी थी.