देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियां जनवरी में लगातार दूसरे महीने घटी हैं. पिछले चार महीनों में इस दौरान नए ऑर्डरों में सबसे कम गति से वृद्धि हुई है. हालांकि कंपनियों की ओर से नए लोगों को नौकरियों पर रखना जारी है. यह जानकारी एक मासिक सर्वेक्षण में मंगलवार को सामने आई है. कंपनियों के परचेजिंग मैनेजरों के बीच किया जाने वाला मासिक सर्वेक्षण ‘निक्‍केई इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स’ (Service Sector PMI) जनवरी में 52.2 अंक रहा जो दिसंबर में 53.2 अंक था. यह सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में कमी को दर्शाता है.

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हालांकि, यह कमी मासिक आधार पर है. वास्तव में पीएमआई का 50 अंक से ऊपर रहना, संबंधित क्षेत्र में विस्तार और उससे नीचे रहना क्षेत्र में संकुचन को दर्शाता है. इस तरह यह लगातार आठवां महीना है जब सेवा क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ी हैं.

आईएचएस मार्केट में प्रधान अर्थशास्त्री और इस रिपोर्ट की लेखिका पॉलियाना डी लीमा ने कहा, ‘भारतीय सेवा क्षेत्र में पिछले चार महीने से गतिविधियां लगभग समान स्तर पर बनी हुई हैं. जनवरी के आंकड़े भी विस्तार के रुख को प्रदर्शित करते हैं.’लीमा ने कहा कि कुछ संकेत हैं जिनसे लगता है कि गतिविधियों में विस्तार की यह रफ्तार थम जाएगी, भले यह संक्षिप्त अवधि के लिए हो, क्योंकि पिछले चार महीनों में मांग में सबसे कमजोर सुधार देखा गया है.

सर्वेक्षण के अनुसार सेवा गतिविधियों में बढ़त थमने की अहम वजह नए काम का धीमा विस्तार और बिक्री में कम बढ़ोत्तरी होना है. जनवरी में यह पिछले चार महीनों में सबसे कम रही है. हालांकि इस दौरान नयी नौकरियों का सृजन हआ है और यह तीन महीने के उच्च स्तर पर बना हुआ है.