Petrol-Diesel की डिमांड भारत में इस साल किसी भी देश के मुकाबले सबसे तेजी से बढ़ेगी, OPEC की आई लेटेस्ट रिपोर्ट
Petrol-Diesel Demand in India 2022: अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल इम्पोर्टर और उपभोक्ता देश है. भारत को कच्चे तेल के आयात के मामले में जून में रूस सबसे बड़ा सप्लायर बन गया है.
Petrol-Diesel Demand in India 2022: भारत में पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) जैसे पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की मांग 2022 में 7.73 प्रतिशत बढ़ सकती है. यह दुनिया के किसी भी देश की तुलना में सबसे तेजी से बढ़ेगी.तेल निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) ने अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा कि भारत में पेट्रोलियम उत्पादों की दैनिक मांग 2021 में 47.7 लाख बैरल थी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, इसके 2022 में बढ़कर 51.4 लाख बैरल प्रतिदिन होने का अनुमान है. चीन में 1.23 प्रतिशत, अमेरिका में 3.39 प्रतिशत और यूरोप में 4.62 प्रतिशत के मुकाबले भारत में तेल की मांग में वृद्धि दुनिया में सबसे तेज गति से होगी.
अगली तिमाही में इसमें तेजी आएगी
खबर के मुताबिक, अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल इम्पोर्टर और उपभोक्ता देश है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मानसून के आने के चलते मौजूदा वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में तेल की मांग (Petrol-Diesel Demand in India 2022) में गिरावट आएगी, लेकिन त्योहार और छुट्टियों के साथ अगली तिमाही में इसमें तेजी आएगी. आंकड़ों के मुताबिक, भारत को कच्चे तेल (Crude Oil) के आयात के मामले में जून में रूस सबसे बड़ा सप्लायर बन गया है.
भारत के कुल तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी
जून में भारत के कुल तेल (Crude Oil) आयात में रूस की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत थी. भारत के रूस से कच्चे तेल (Crude Oil) का आयात (इम्पोर्ट) अप्रैल से जून तक 50 गुना से ज्यादा बढ़ गया था और कुल आयातित तेल में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर 10 प्रतिशत हो गई थी.यूक्रेन-रूस युद्ध से पहले भारत द्वारा आयात (crude oil import from Russia) किए जाने वाले तेल में रूस की हिस्सेदारी सिर्फ 0.2 प्रतिशत थी. वहीं, इराक की हिस्सेदारी 21 प्रतिशत और तीसरे स्थान पर 15 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ सऊदी अरब का स्थान रहा.
दाम एक दशक के ऊंचे लेवल पर पहुंच गया था
भारत की तरफ से खरीदे जाने वाले मानक कच्चे तेल (Petrol-Diesel Demand in India 2022) का दाम बीते जून में एक दशक के ऊंचे लेवल 121 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था.पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय मानक कच्चा तेल (इंडियन स्टैंडर्ड क्रूड ऑयल) 9 जून को 121.28 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. इससे पहले कीमत का यह स्तर फरवरी/मार्च 2012 में देखा गया था.