Services PMI: जून में सर्विस सेक्टर की रफ्तार पड़ी धीमी, 3 महीनों के निचले स्तर पर पहुंचा पीएमआई
देश में जून महीने में सर्विस सेक्टर के PMI (Purchasing Managers' Index) में गिरावट आई है. जून सर्विसेज PMI 6.12 से घटकर 58.5 (M-o-M) पर आ गया है. वहीं जून कंपोजिट PMI 6.12 से घटकर 59.4 (M-o-M) पर आया है.
Services PMI: देश में जून महीने में सर्विस सेक्टर के PMI (Purchasing Managers' Index) में गिरावट आई है. जून सर्विसेज PMI 6.12 से घटकर 58.5 (M-o-M) पर आ गया है. वहीं जून कंपोजिट PMI 6.12 से घटकर 59.4 (M-o-M) पर आया है. S&P Global ने बुधवार को India Services के लिए PMI के आंकडे़ जारी किए हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि सर्विस सेक्टर में बिजनेस एक्टिविटी ग्रोथ में गिरावट आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, नए बिजनेसेज़ में तेजी आई है, वहीं बिजनेस एक्टिविटीज़ में ग्रोथ पिछले तीन महीनों के निचले स्तर पर है. इसके अलावा, आउटपुट चार्ज में पिछले छह सालों में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई है.
पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स जून में घटकर 58.5 पर आ गया. मार्च में यह 61.2 पर था. सर्विस पीएमआई का इंडेक्स लगातार 23वें महीने 50 से ऊपर बना हुआ है. पीएमआई की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों के विस्तार से है. यदि यह 50 से नीचे है, तो इसका आशय गतिविधियों के कॉन्ट्रैक्शन से होता है. S&P Global India Services PMI को S&P Global द्वारा सेवा क्षेत्र की 400 कंपनियों से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर तैयार किया जाता है.
रोजगार के आंकड़े हुए बेहतर
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की एसोसिएट निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा, ‘‘जून में भारतीय सेवाओं की मांग ऊंची रही. निगरानी वाले सभी चार उप-क्षेत्रों के नए कारोबार में तेज वृद्धि हुई.’’ लीमा ने कहा कि वृद्धि की रफ्तार बढ़ने से कारोबारी गतिविधियों में जोरदार तेजी आई है और इससे रोजगार के आंकड़े भी बेहतर हुए हैं. यह निकट अवधि की वृद्धि की संभावनाओं की दृष्टि से अच्छा है.’’
गिरावट के बावजूद वृद्धि के संकेत
मूल्य के मोर्चे पर मिला-जुला रुख देखने को मिला है. उत्पादन लागत की वृद्धि कम रही है. हालांकि, इसे विनिर्माण के साथ जोड़ने पर निजी क्षेत्र के लिए उत्पादन मूल्य बढ़ोतरी करीब एक दशक में सबसे ऊंची रही है. सर्वे में शामिल 10 में से एक कंपनी ने कहा कि उसका परिचालन खर्च बढ़ा है. इसके लिए उसके खाने-पीने के सामान, निर्माण सामग्री और मजदूरी की लागत का हवाला दिया. इस बीच, एसएंडपी ग्लोबल इंडिया का सामूहिक पीएमआई उत्पादन सूचकांक मई के 61.6 से घटकर जून में 59.4 पर आ गया. यह सामूहिक रूप से सेवाओं और विनिर्माण उत्पादन का आकलन करता है. सर्वे में कहा गया है कि मई की तुलना में हालांकि इस सूचकांक में गिरावट आई है, इसके बावजूद यह तेज वृद्धि का संकेत देता है.
(भाषा से इनपुट के साथ)
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