India's forex reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves) 21 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 2.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 476.122 अरब डॉलर के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. इस तेजी का कारण स्वर्ण भंडार (Gold Reserve) मूल्य में होने वाली वृद्धि है. रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई. इससे पिछले सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार तीन अरब डॉलर बढ़कर 476.092 अरब डॉलर हो गया था. समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा यानी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (Foreign currency assets) 49 करोड़ डॉलर घटकर 441.458 अरब डॉलर रह गईं.

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इस दौरान स्वर्ण भंडार के मूल्य में लगातार दूसरे सप्ताह तेजी आई और आरक्षित स्वर्ण भंडार मूल्य 53.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 29.662 अरब डॉलर हो गया. पीटीआई की खबर के मुताबिक, आलोच्य सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में विशेष आहरण अधिकार (Special drawing right) 40 लाख डॉलर घटकर 1.426 अरब डॉलर रह गया, जबकि आईएमएफ में देश की आरक्षित निधि भी 1.5 करोड़ डॉलर घटकर 3.575 अरब डॉलर रह गई.

पिछले साल के अंतिम सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (27 दिसंबर 2019 को समाप्त सप्ताह) में दो अरब 52 करोड़ डॉलर बढ़कर रिकॉर्ड 457 अरब 46 करोड़ 80 लाख डॉलर दर्ज किया गया था. विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों को समग्र विदेशी मुद्रा भंडार का प्रमुख भाग माना जाता है.

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इसी साल 10 जनवरी, 2020 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 58 मिलियन डॉलर की वृद्धि के साथ 461.21 अरब डॉलर तक पहुंचा था. दुनिया में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत 8वें स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है. किसी भी देश में विदेशी मुद्रा भंडार की मजबूत स्थिति उस देश की मजबूत इकोनॉमी की पहचान होती है.