स्टील इंडस्ट्री को मिलेगा बूस्ट! धर्मेंद्र प्रधान ने कहा 'निवेशकों के पास ग्रोथ में पार्टनर बनने का मौका
इंटरनेशनल क्रोमियम डेवलपमेंट एसोसिएशन की तरफ से आयोजित 'क्रोमियम 2019' में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा निवेशकों को भी स्टील सेक्टर में अपनी भागीदारी बढ़ानी चाहिए.
इंडियन स्टील सेक्टर की ग्रोथ स्टोरी भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ दौड़ने को तैयार है. इंडियन स्टील इंडस्ट्री की पहचान ग्लोबली बढ़ी है. इंडस्ट्री का प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है. पेट्रोलियम एवं तेल और स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इंडिया की ग्रोथ स्टोरी में स्टील इंडस्ट्री का योगदान बढ़ने वाला है. उन्होंने निवेशकों को स्टील सेक्टर में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया.
इंटरनेशनल क्रोमियम डेवलपमेंट एसोसिएशन की तरफ से आयोजित 'क्रोमियम 2019' में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा निवेशकों को भी स्टील सेक्टर में अपनी भागीदारी बढ़ानी चाहिए. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा स्टील सेक्टर में निवेश के बड़े मौके हैं, इसलिए मैं आमंत्रित करता हूं कि निवेशक आगे आकर इसमें निवेश करें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए सही दिशा में बढ़ रहा है. इसमें ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ-साथ ईज ऑफ लिविंग पर भी जोर दिया जा रहा है.
धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक, भारत निवेश के लिहाज से काफी बेहतर है. पिछले कुछ समय में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने भारत को निवेश के लिए और आकर्षक बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं. राजनीतिक स्थिरता, तय नीतियां और एक बड़ा मार्केट की वजह से ग्लोबल इन्वेस्टर्स के लिए भारत निवेश के लिए बेहतर है.
इंडियन स्टील के मामले में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा इंडियन स्टील सेक्टर काफी बेहतर है. सरकार की तरफ से विभिन्न नीतिगत फैसले और उद्योगों की आंत्रप्रिन्योरशिप की वजह से स्टील सेक्टर ज्यादा वाइब्रेंट, कुशल, पर्यावरण के अनुकूल और ग्लोबली काफी प्रतिस्पर्धी बन है. मुझे विश्वास है कि स्टेनलेस स्टील भारत में उत्पादन और खपत बढ़ती अर्थव्यवस्था के साथ बढ़ती जाएगी.
भारत में क्रोमियम के बारे में बात करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- "मुझे ये बताते हुए काफी गर्व महसूस होता है कि फेरो-क्रोम की क्षमता और उत्पादन में मेरा गृह राज्य ओडिशा प्रमुख भूमिका निभाता है. क्योंकि, भारत का 95% से ज्यादा क्रोमियम के उच्च गुणवत्ता वाले अयस्क भंडार यहां हैं. राज्य में घरेलू और वैश्विक मांग को बड़े पैमाने पर पूरा करने की क्षमता है और बड़े पैमाने पर घरेलू रोजगार सृजन के लिए बड़ी क्षमता प्रदान करता है."
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की लंबी छलांग के बाद कारोबार के लिहाज से यहां ज्यादा संभावनाएं हैं. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- मैं निवेशकों को आमंत्रित करता हूं कि वह आगे आएं और इंडिया की ग्रोथ स्टोरी में हिस्सेदार बनें.