विदेशी निवेशकों की ओर से पूंजी की सतत निकासी और अन्य मुद्राओं के समक्ष अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने के बीच बुधवार को डालर के मुकाबले रुपये में में 13 पैसे की गिरावट दर्ज की गयी. दिन में रुपया मजबूत चल रहा था पर अंत में यह गिरावट के साथ 73.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.

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बाजार सूत्रों ने कहा कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की सितंबर की बैठक का ब्यौरा जारी होने से पहले अमेरिकी डॉलर प्रमुख विदेशी मुद्राओं की तुलना में मजबूत हो गया है.

दिन में घरेलू शेयरों में भारी बिकवाली से भी रुपये पर दबाव बढ़ गया. अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 73.43 रुपये प्रति डॉलर पर मजबूत खुला और कारोबार के दौरान 73.37 तक मजबूत हो गया. बाद में रुपये का आरंभिक लाभ लुप्त होता चला गया और अंत में यह 13 पैसे की गिरावट दर्शाता 73.61 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.

मंगलवार को रुपया 35 पैसों की तेजी के साथ करीब दो सप्ताह के उच्च स्तर 73.48 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.

इस बीच बेहद उतार चढ़ाव भरे कारोबार के बीच बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स बुधवार को 383 अंक नीचे बंद हुआ.

विदेशी संस्थानों पूंजी का सिलसिला बने रहने से भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई. प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने 1,165.63 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की.

फाइनेंशल बेंचमार्क इंडिया प्रा लि (एफबीआईएल) ने संदर्भ दर अमेरिकी मुद्रा के लिए 73.4846 रुपये प्रति डॉलर, यूरो के लिए 84.9800 रुपये प्रति यूरो, ब्रिटिश पौंड के लिए 96.8684 रुपये प्रति पौंड और जापानी येन के लिए 65.47 रुपये प्रति सैकड़ा येन निर्धारित की थी.