India's GDP: भारत 2028-29 तक 5 ट्रिलियन (5,000 अरब) डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है, बशर्ते अगले पांच वर्षों में जीडीपी (GDP) लगातार 9% की दर से बढ़े. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव (RBI Governor D Subbarao) ने यह बात कही. भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर ‘फेडरेशन ऑफ तेलंगाना चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑन इंडिया एट द रेट आफ 75- मार्चिंग 5 ट्रिलियन इकोनॉमी’ विषय पर उन्होंने कहा कि भारत के लिए 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के सपने को हासिल करने के लिए 8 प्रमुख चुनौतियां हैं.

सुरक्षा उपायों की जरूरत

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सुब्बाराव ने आगे कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार (Prime Minister Narendra Modi) ने राज्य सब्सिडी पर एक बहस शुरू की है और सभी राजनीतिक दल स्थिति के लिए दोषी हैं. उन्होंने आगाह किया कि राज्यों और केंद्र सरकार को यह महसूस करना चाहिए कि देश के पास अतिरिक्त बजट नहीं है और निश्चित रूप से कुछ सुरक्षा उपायों की जरूरत है.

उधार के पैसे से फ्री में न दिया जाए

सुब्बाराव ने कहा कि उन्हें सतर्क और चयनात्मक होना चाहिए कि उधार के पैसे से क्या मुफ्त दिया जाए और आने वाली पीढ़ियों पर अनावश्यक कर्ज का बोझ नहीं डाला जाना चाहिए.

भारत के लिए 8 बड़ी चुनौतियां

उन्होंने कहा, भारत के लिए 8 बड़ी चुनौतियां दिखाई देती हैं. 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था के सपने को हासिल करने के लिए हमें 8 बड़ी चुनौतियां नजर आती हैं. उनके अनुसार, चुनौतियों में निवेश बढ़ाना, उत्पादकता, शिक्षा और स्वास्थ्य परिणामों में सुधार, रोजगार पैदा करना, कृषि उत्पादकता बढ़ाना, व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए रखना, वैश्विक मेगा रुझानों का प्रबंधन और शासन में सुधार करना शामिल है.