Indian Economy: जापान की ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा (Nomura) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत के ग्रोथ रेट के अनुमान को 5.9 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया है. Q2 के लिए जीडीपी के आधिकारिक आंकड़ें आने के बाद यह बढ़ोतरी की गई है. हालांकि 2024-25 में वृद्धि दर 5.6 फीसदी तक धीमी होने का अनुमान है. इससे पहले बार्कले और सिटी ग्रुप ने भी ग्रोथ के अनुमान को बढ़ाकर 6.7% कर दिया था.

रूरल डिमांड, पर्सनल एक्सपेंडिचर अभी भी कमजोर

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नोमुरा के अर्थशास्त्रियों ने कहा कि चुनाव से पहले सार्वजनिक पूंजीगत व्यय (public capital expenditure) में सुस्ती, ग्रामीण मांग (Rural Demand)और निजी पूंजीगत व्यय (Private sector expenditure) में गिरावट, वैश्विक नरमी के कारण 2024-25 में वृद्धि दर घट सकती है. NSO के गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण, खनन और सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के साथ देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.6 फीसदी रही. एक साल पहले इसी तिमाही में यह 6.2 फीसदी थी.

Q2 में ग्रोथ रेट 7.6% रहा

वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 7.6% की दर से ग्रोथ की. एक साल पहले समान तिमाही में भारत का ग्रोथ रेट 6.2% रहा था. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ग्रोथ रेट 7.8% रहा था. भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में मौजूदा मूल्य के आधार पर 9.1 फीसदी की दर से बढ़ी, जबकि एक साल पहले समान अवधि में वृद्धि दर 17.2 फीसदी थी. 

GVA आधार पर ग्रोथ रेट कितना रहा?

GVA यानी ग्रॉस वैल्यु ऐडेड आधार पर दूसरी तिमाही में ग्रोथ रेट 7.4 फीसदी रहा. पहली तिमाही में जीवीए आधार पर ग्रोथ रेट 7.8 फीसदी रहा था. एक साल पहले समान तिमाही में ग्रोथ रेट 5.4 फीसदी था. Q2 में रियल जीडीपी 41.74 लाख करोड़ रुपए का रहा. एक साल पहले समान तिमाही में यह 38.78 लाख करोड़ रुपए का था. इस तरह यह ग्रोथ 7.6 फीसदी का रहा. नॉमिनल आधार पर Q2 में जीडीपी का आकार 71.66 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया. एक साल पहले समान तिमाही में यह 65.67 लाख करोड़ रुपए था. इस तरह ग्रोथ 17.2 फीसदी का रहा.

(भाषा इनपुट के साथ)