भारत और ब्रिटेन के बीच दीवाली तक फ्री ट्रेड समझौता संभव, लेबर इंसेंटिव सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा
एलेक्स एलिस से जब पूछा गया कि इस साल दिवाली के अवसर पर FTA का गिफ्ट मिलने की संभावना है, तो उन्होंने कहा कि मुझे भी ऐसा होने की उम्मीद है.
India-UK FTA: भारत और UK फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को लेकर ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने कहा कि दिवाली सेलिब्रेट करने का यह बेहतर तरीका हो सकता है. उन्होंने कहा कि इससे भारत और ब्रिटेन दोनों के लिए आर्थिक ग्रोथ के साथ-साथ रोजगार के लिहाज से अच्छा अवसर होगा. ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस ने मंगलवार को एक इवेंट में कहा कि भारत-UK के बीच FTA दीवाली तक पूरा होने की उम्मीद है.
दिवाली तक संभव है FTA
एलेक्स एलिस से जब पूछा गया कि इस साल दिवाली के अवसर पर FTA का गिफ्ट मिलने की संभावना है, तो उन्होंने कहा कि मुझे भी ऐसा होने की उम्मीद है. कार्यक्रम में मौजूद कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के ज्वॉइंट सेक्रेटरी राजेंद्र रत्नू ने कहा कि दोनों देश इस एग्रीमेंट को लेकर काफी प्रतिबद्ध हैं. एग्रीमेंट से जुड़ी अधिकांश मसलों पर बातचीत पूरी हो चुकी है. साथ ही अक्टूबर अंत यानी दिवाली तक समझौता पूरा करने का लक्ष्य है. यह एग्रीमेंट दोनों देशों के हित में है. उन्होंने आगे कहा कि FTA के जरिए भारतीय एक्सपोर्ट में खाकर लेबर इंसेंटिव सेक्टर को काफी बढ़ावा मिलेगा. इसमें लेदर, टेक्सटाइल, ज्वेलरी और प्रोसेस्ड एग्रो प्रोडक्ट्स शामिल हैं.
FTA से होगा दोनों देशों को फायदा
FTA गैर-टैरिफ रुकावटों को कम करने की बात करता है, जिसमें खास फोकस तकनीकी दिक्कतों पर होती है. इसके अलावा कुछ शैक्षणिक योग्यताओं को संयुक्त रूप से मान्यता देने और हेल्थ वर्कर के लिए रूपरेखा समझौते पर पहले ही हस्ताक्षर किए जा चुके हैं. इंटरनेशनल कानून के मुतातिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट एक ट्रेड पैक्ट है. यह दो या दो से अधिक देशों के बीच प्रोडक्ट्स और सर्विसेस के एक्सपोर्ट-इंपोर्ट में रुकावटों को कम करने के लिए एक एग्रीमेंट है.
द्विपक्षीय कारोबार बढ़ाकर 100 अरब डॉलर करने का लक्ष्य
भारत और ब्रिटेन का ट्रेड ज्यादातर सर्विस सेक्टर के लिए होता है, जो कुल ट्रेड में करीब 70 हिस्सा है. दोनों देशों के बीच इस दशक के अंत तक द्विपक्षीय कारोबार बढ़ाकर 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है. अभी दोनों देशों के बीच करीब 50 बिलियन डॉलर है. भारत यूके का 12वां सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है. वहीं UK, भारत के लिए 7वां सबसे बड़ा इंपोर्ट करने वाला देश है.बता दें कि भारत अप्रैल 2022 तक दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र और नेपाल, भूटान, थाईलैंड, सिंगापुर, जापान व मलेशिया समेत 13 FTA थे.