खनन, बिजली और विनिर्माण क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन की वजह से इस साल अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 3.5 प्रतिशत रह गई. बृहस्पतिवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा जाने वाला औद्योगिक उत्पादन पिछले साल इसी महीने में 11.9 प्रतिशत की दर से बढ़ा था.

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सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि देश का औद्योगिक उत्पादन अक्टूबर, 2024 में 3.5 प्रतिशत बढ़ा है. इसके पहले सितंबर महीने में यह 3.1 प्रतिशत बढ़ा था. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन अक्टूबर में 4.1 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 10.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. अक्टूबर, 2024 में खनन उत्पादन में 0.9 प्रतिशत और बिजली उत्पादन में दो प्रतिशत की वृद्धि हुई. 

इस तरह चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में औद्योगिक उत्पादन में चार प्रतिशत की वृद्धि हुई है. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन सात प्रतिशत बढ़ा था. आंकड़ों के अनुसार, खनन उत्पादन की वृद्धि अक्टूबर में घटकर 0.9 प्रतिशत रह गई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 13.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. 

विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि अक्टूबर में घटकर 4.1 प्रतिशत रह गई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 10.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. इसी तरह, बिजली उत्पादन में वृद्धि भी एक साल पहले की 20.4 प्रतिशत वृद्धि से गिरकर दो प्रतिशत रह गई. उपयोग-आधारित वर्गीकरण के मुताबिक, पूंजीगत उत्पाद खंड की वृद्धि दर इस साल अक्टूबर में घटकर 3.1 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 21.7 प्रतिशत थी. 

अक्टूबर में गैर-टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादन की वृद्धि दर धीमी होकर 2.7 प्रतिशत रह गई, जबकि साल भर पहले की समान अवधि में यह 9.3 प्रतिशत बढ़ा था. टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादन में समीक्षाधीन माह के दौरान 5.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि अक्टूबर, 2023 में यह 15.9 प्रतिशत बढ़ा था. 

आंकड़ों से पता चलता है कि बुनियादी ढांचे/ निर्माण वस्तुओं की वृद्धि दर चार प्रतिशत रही जो एक साल पहले की समान अवधि में 12.6 प्रतिशत थी. इस दौरान प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में 2.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 11.4 प्रतिशत बढ़ा था. समीक्षाधीन माह में मध्यवर्ती वस्तु खंड में 3.7 प्रतिशत वृद्धि हुई, जो एक साल पहले की समान अवधि के 9.5 प्रतिशत से कम है.