73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को अगले 5 सालों में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश बनाने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि 5 ट्रिलियन का लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं है. देश के हर आदमी को इसमें अपना योगदान देना होगा. उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करके हम इस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सकते हैं.

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पीएम मोदी ने कहा कि आज कारोबार करने के लिए पूरी दुनिया हमसे जुड़ना चाहती है. हम महंगाई की दर को कंट्रोल करके विकास दर को आगे बढ़ा रहे हैं. हमारी अर्थव्यवस्था का आधार बहुत मजबूत है. 

उन्होंने कहा कि हमारे देश में उत्पादन बढ़े, प्राकृतिक संपदा की प्रोसेसिंग हो. हम यह प्लान करें कि दुनिया का कोई ऐसा देश न हो जहां, हिंदुस्तान की कोई न कोई चीज जाती न हो. हिंदुस्तान का कोई ऐसा जिला न हो, जहां से कोई न कोई चीज एक्सपोर्ट न होती हो, अगर हम इस ध्येय को लेकर काम करें तो निश्चित ही ग्लोबल मार्केट में हिंदुस्तान का डंका बजेगा. 

प्रधानमंत्री ने कहा कि 'मेक इन इंडिया' का जो मिशन हमने लिया है उसे आगे बढ़ाना चाहिए. और इस मिशन को पूरा करने के लिए 'मेड इन इंडिया' पर जोर देना होगा. देश का हर आदमी देश में बनने वाले सामान को ही खरीदे, तभी यह मिशन कामयाब होगा.

 

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उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यस्था को बढ़ावा देने के लिए 'लकी कल के लिए लोकल' का नारा देते हुए कहा कि गांव में जो बनता है पहले उसे खरीदो, गांव में जो न मिले तो तहसील स्तर के सामान को खरीदो, फिर जिला और राज्य स्तर पर जाना चाहिए. इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा. हमें लोकल प्रोडेक्ट पर ध्यान देना होगा. सुहानी कल के लिए लोकल, पर जोर देना होगा.

उन्होंने कहा कि हर वेल्थ क्रियेटर को सम्मान मिलना चाहिए. उनका गौरव बढ़ना चाहिए. क्योंकि अगर वेल्थ क्रियेट नहीं होगी तो वेल्थ डिस्ट्रीब्यूशन नहीं होगा और वेल्थ डिस्ट्रीब्यूशन नहीं होगी तो गरीब आदमी आगे कैसे बढ़ेगा.