Unicorns in India: कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने बुधवार को बताया कि देश में पिछले 53 दिन में 10 नए यूनिकॉर्न (Unicorns) बन गए हैं. बेंगलुरु स्थित कंपनी हसुरा ने  मंगलवार को 100 मिलियन डॉलर की फंडिंग को जुटाकर देश के 91वें यूनिकॉर्न होने का तमगा हासिल कर लिया है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पीयूष गोयल ने बुधवार कच्चा बादाम गाने से फेमस हुए सिंगर भुबन बादायकर की तस्वीर शेयर कर लिखा, "एक और कच्चा बादाम पक्का बादाम हो गया है.भारत ने 53 दिन में 10वां यूनिकॉर्न जोड़ा."

 

देश में हैं कुल 91 यूनिकॉर्न

यूनिकॉर्न ट्रैकर वेंचर इंटेलिजेंस के अनुसार, देश में इस वक्त कुल 91 यूनिकॉर्न है. जिनकी कुल वैल्यूएशन 311.77 अरब डॉलर हैं. इसमें से 44 यूनिकॉर्न 2021 में बने हैं, जिनकी कुल वैल्यू 94.37 बिलियन अमेरिकी डॉलर है. वहीं साल 2022 के पहले 2 महीने के अंदर ही देश में 10 नए यूनिकॉर्न बन गए है, जिनकी कुल वैल्यू 21.9 बिलियन डॉलर है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

 

जनवरी से बने दस नए यूनिकॉर्न

देश में 2022 के पहले 53 दिन में ही 10 नए यूनिकॉर्न का जन्म हुआ है. 

  • Fractal- 1 बिलियन डॉलर
  • LEAD School - 1.1 बिलियन डॉलर
  • DarwinBox - 1 बिलियन डॉलर
  • DealShare - 1.7 बिलियन डॉलर
  • Polygon - 10 बिलियन डॉलर
  • ElasticRun - 1.4  डॉलर
  • LivSpace - 1 बिलियन डॉलर 
  • XpressBees Logistics - 1.2 बिलियन डॉलर
  • Uniphore Software System - 2.5 बिलियन डॉलर
  • Hasura - 1 बिलियन डॉलर

देश में तेजी से बढ़ रहे स्टार्ट अप्स

इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के सीईओ और नैसकॉम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के सीईओ संजीव मल्होत्रा ​​​​ने कहा कि देश में स्टार्टअप्स की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. हर साल 10 फीसदी नए स्टार्ट अप्स जोड़े जा रहे हैं.

उन्होंने बताया कि इसमें से ज्यादातर स्टार्ट-अप एप्लिकेशन बेस्ड हैं, जबकि सॉफ्टवेयर एडेड सर्विस के क्षेत्र में भी काफी काम किया जा रहा है.

दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम

देश के आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) 2021-22  में इस बात का उल्लेख किया गया है कि पिछले 6 वर्षों में ऐसी फर्मों की संख्या में काफी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. 2021-22 में नए मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप की कुल संख्या बढ़कर 14,000 हो गई है, जबकि 2016-17 में यह केवल 733 थी. जिसके चलते भारत अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है.