बजट 2020 से सबसे ज्यादा उम्मीदें मिडिल क्लास को हैं. क्योंकि, पिछले दो बजट में यही वर्ग है, जिसके लिए कोई खास ऐलान नहीं हुए हैं. लेकिन, 2020 में निर्मला सीतारमण मिडिल क्लास को ही सबसे बड़ी छूट दे सकती हैं. सूत्रों की मानें तो बजट में 10 लाख रुपए तक की इनकम वालों को बड़ी छूट मिलने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, इनकम टैक्स में छूट का तो ऐलान होगा ही साथ ही 10 लाख रुपए तक की आय वालों के लिए नया स्लैब आ सकता है.

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10 लाख की आय वालों को मिलेगी राहत

वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा सिस्टम में सिर्फ इनकम टैक्स के लिए कुल 3 स्लैब हैं. इनमें 2.5 लाख से 5 लाख तक की आय वालों को 5 फीसदी स्लैब में रखा जाता है. वहीं, 5-10 लाख की आय वालों को 20 फीसदी टैक्स चुकाना होता है. 10 लाख रुपए से ऊपर की आय वालों पर 30 फीसदी टैक्स लगता है. वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, आने वाले बजट में 10 लाख तक की आय वालों को बड़ी छूट मिल सकती है. इस इनकम वर्ग के लिए 10 फीसदी का नया स्लैब आ सकता है.

10 फीसदी का नया स्लैब

सरकार मिडिल क्लास को बड़ी राहत देने पर विचार कर चुकी है. बजट में 2.5 से 5 लाख वालों पर फिलहाल 5 फीसदी टैक्स है. इसे बरकरार रखा जा सकता है. लेकिन, 5 लाख से 10 लाख तक की आय पर फिलहाल 20 फीसदी टैक्स है, जिसे घटाकर 10 फीसदी किया जा सकता है. मतलब 10 लाख तक की आय वालों को सिर्फ 10 फीसदी टैक्स चुकाना होगा. इसके लिए नया स्लैब का प्रस्ताव आ सकता है. मतलब 3 स्लैब की जगह अब इनकम टैक्स में 4 स्लैब होंगे. 2.5 लाख रुपए तक की इनकम टैक्स फ्री ही रहेगी.

15 लाख की आय वालों को भी मिलेगा फायदा

मौजूदा सिस्टम में 10 लाख से ऊपर की इनकम पर 30 फीसदी टैक्स लगता है. सूत्रों की मानें तो इस स्लैब को भी तोड़ा जा सकता है. मतलब 10 से 15 लाख रुपए तक की आय वालों को 20 फीसदी और 15 से ऊपर की आय वालों को 30 फीसदी टैक्स के दायरे में रखा जा सकता है. वहीं, 2 करोड़ रुपए से ऊपर की इनकम को 35 फीसदी टैक्स स्लैब में लाने का प्रस्ताव आ सकता है. 

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लगाया जा सकता है सेस

मौजूदा सिस्टम में अभी तक इनकम टैक्स के साथ 4 फीसदी हेल्थ एंड एजुकेशन सेस लगता है. अब बजट में 15 लाख रुपए से ऊपर की आय वालों पर नया सेस लग सकता है. सूत्रों की मानें तो 15 लाख से ऊपर की आय वालों को 1 फीसदी अतिरिक्त सेस चुकाना पड़ सकता है. बजट 2020 में इस सेस को लाने का प्रस्ताव रखा जा सकता है. कुल मिलाकर 15 लाख से ऊपर की आय वालों को इनकम टैक्स के साथ 5 फीसदी सेस चुकाना होगा.