देश की इकोनॉमी में आज अलग ही बूस्ट देखने को मिला. वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण (Nirmala Sitharaman) ने घरेलू कंपनियों और नई घरेलू मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स (Corporate tax) की दरों में कटौती का प्रस्ताव रखा है. वित्त मंत्री ने नई घरेलू कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स को घटाकर 22 फीसदी कर दिया है. सरकार के इस ऐलान से शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली. 

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कॉरपोरेट जगत ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है और इसे अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा कदम करार दिया है. 

HDFC लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और उपाध्यक्ष केकी मिस्त्री (Keki Mistry) ने कहा कि सरकार ने जो आज ऐलान किए हैं वे निश्चित ही देश की अर्थव्यवस्था में गति लाने के लिए मील का पत्थर साबित होंगे. पिछले कुछ समय में इकोनॉमी में आई सुस्ती इससे दूर होगी. 

उन्होंने कहा कि नई कंपनियों को इसका सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा. इकोनॉमी की ग्रोथ में जो पिछले कुछ समय से रुकावट आई हुई थी, वह दूर होगी. नई कंपनियां भारत आएंगी और इससे बड़े पैमाने पर रोजगार भी तैयार होंगे.

 

केकी मिस्त्री के मुताबिक, सरकार के ऐलान का बाजार पर असर दिखने भी लगा है. बाजार आज दिवाली से पहले ही खुशियां मना रहा है. 

बता दें कि वित्त मंत्री ने कॉरपोरेट टैक्‍स घटाने का ऐलान किया. इस टैक्‍स को अध्‍यादेश लाकर कम किया जाएगा. इसके लिए आयकर एक्ट में बदलाव भी किए गए हैं. अब कोई भी नई घरेलू कंपनी जिसका गठन 1 अक्टूबर, 2019 या उसके बाद हुआ हो और जो नए सिरे से निवेश कर रही है वह 15 फीसदी के दर से आयकर का भुगतान करेगी.

 

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मैन्‍युफैक्‍चरिंग कंपनियों के लिए भी टैक्‍स घटाया गया है. घरेलू कंपनियों पर बिना किसी छूट के इनकम टैक्स 22 फीसदी होगा. जबकि सरचार्ज और सेस जोड़कर प्रभावी दर 25.17 फीसदी हो जाएगी. सरकार को इस ऐलान के बाद 1.45 लाख करोड़ का राजस्‍व घाटा होगा.