केंद्र सरकार GST (Goods and Services Tax) से आने वाले रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए कई प्रयास कर रही है. बुधवार को रेवेन्यू सेक्रेट्री (Revenue secy) सभी राज्यों के टैक्स कमिश्नर के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में प्रमुख रूप से रेवेन्यू बढ़ाने के साथ ही फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम करने की समस्या पर चर्चा की जाएगी.

बैठक पूरे दिन चलेगी
बैठक सुबह 11 बजे से शुरू होगी और इसके देर शाम तक चलने की संभावना है. इस बैठक में टैक्स रेवेन्यू में लीकेज को रोकने के लिए कई कदम उठाए जाने पर भी चर्चा होगी. खास तौर पर इस बात पर जोर रहेगा कि किस तरह से GST रिफंड की व्यवस्था के दुरुपयोग को रोका जाए.
 
इन नई व्यवस्थाओं पर भी होगी चर्चा
बैठक में GST registration से आधार को जोड़ने, रिटर्न जमा करने के नए सिस्टम, ई वे बिल और ई वे बिल को फास्ट टैग से लिंक करने के व्यवस्था पर भी चर्चा होगी. बैठक में इस बात पर भी चर्चा होगी कि आर्टिफीशियल इंटैलिजेंस (artificial intelligence) और डेटा ऐनेलेटिक्स के जरिए कैसे टैक्स की चोरी को रोका जाए.  
 
ये लोग लेंगे बैठक में हिस्सा
 इस बैठक में CBIC, CBDT, फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU), DGRAM, सिस्टम and GSTN के अधिकारी सहित संबंधि फील्ड के अधिकारी और इनर्फोसमेंट विंग के लोग भी बैठक में शामिल होंगे.
 

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दिसम्बर में बढ़ा GST कलेक्शन

2019 साल के दिसंबर के GST कलेक्शन के आंकड़े आ चुके हैं. दिसंबर में 1,03,184 करोड़ रुपये का कलेशन हुआ है. ये अर्थव्यव्स्था के बाउंस बैक यानि फिर से अच्छे दिन की बहाली का संकेत दे रहा है. सेंट्रल GST 19,926 करोड़ रुपये रहा, स्टेट GST 26,792 करोड़ रुपये रहा , इंटर स्टेट GST 48,099 करोड़ रुपये रहा. जबकि 81.21 लाख लोगों ने नवंबर से दिसंबर तक जीएसटी रिटर्न का फार्म 3बी भरा. GST का ये कलेक्शन पिछले साल दिसंबर के मुकाबले 16% बढ़ा है. पिछले साल दिसंबर में 94,729 करोड़ रुपये मिले थे. इस बार गुजरे दिसंबर में ज्यादातर राज्यों ने जीएसटी कलेक्शन बढ़ाने में अच्छा योगदान दिया. दिसंबर महीने के आंकड़ों का विश्लेषण करें तो रकम के हिसाब से कर्नाटकसे सबसे ज्यादा जीएसटी आ रहा है 6886 करोड़ रुपये , दूसरे नंबर पर गुजरात है जहां 6621 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्ट हुआ है.