केंद्र सरकार ने भरोसा जताया है कि वस्तु एवं सेवा कर (GST) के संग्रह में वृद्धि होने के बाद कॉरपोरेट कर (Corporate Tax) को 30 प्रतिशत से घटाकर 25 प्रतिशत तक लाया जाएगा. यह जानकारी उद्योगपतियों ने वित्तमंत्री अरुण जेटली से नार्थ ब्लॉक में मुलाकात के बाद दी है. भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (FICCI) के अध्यक्ष संदीप सोमानी ने पत्रकारों से कहा, "वित्तमंत्री ने वादा किया है कि एक बार जब जीएसटी संग्रह में बढ़ोतरी हो जाएगी तो कॉरपोरेट सेक्टर के कर दर पर ध्यान देंगे."

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फिक्की प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करने वाले सोमानी ने उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में वित्तमंत्री और अन्य अधिकारियों के समक्ष एक प्रस्तुति पेश की, जिसमें औद्योगिक निकाय का विश्वास है कि यह अगली सरकार का मुख्य क्षेत्र होना चाहिए.

सोमानी ने वित्तमंत्री के हवाले से कहा, "कॉरपोरेट कर में कटौती प्रगतिशील होनी चाहिए. जैसे ही जीएसटी संग्रह बढ़ेगा, कर दर को कम किया जा सकता है."

फिक्की ने वित्तमंत्री के समक्ष अपनी प्रस्तुति में सरकार के लिए आने वाले पांच वर्षो में पांच क्षेत्रों -कृषि, एमएसएमई, बाहरी व्यापार, डिजिटल अर्थव्यवस्था, मानव पूंजी और उत्पादकता- से संबंधित क्षेत्रों का उल्लेख किया.

सोमानी ने कहा, "हमने अगली सरकार के लिए वृद्धि और समावेशिता के फिक्की के एजेंडे को पेश किया. यह फिक्की द्वारा तैयार किया गया था. प्रस्तुति के बाद, हमने वित्तमंत्री के साथ कराधान, जीएसटी राजस्व, रोजगार सृजन और सामाजिक सेक्टर परियोजनाओं के मुद्दे पर संवाद किया."