GST collection: आर्थिक मंदी के आरोप झेल रही केंद्र सरकार को बड़ी राहत मिली है. अच्छी खबर है कि जनवरी 2020 में वस्तु एवं सेवा कर संग्रह यानी जीएसटी (GST) कलेक्शन 1,10,828 करोड़ रुपये हुआ. इसकी सालाना वृद्धि 8.12 प्रतिशत है. जीएसटी आने के बाद यह दूसरी बार है जब मंथली रेवेन्यू 1.1 लाख करोड़ रुपये के पार गया है और साल में छठी बार एक लाख करोड़ रुपये के पार गया है. राजस्व गिरावट का सामना कर रही सरकार के लिए यह ऊंचा कलेक्शन अच्छी खबर है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जनवरी में जमा कुल जीएसटी 1,10,828 लाख करोड़ रुपये में से सीजीएसटी 20,944 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 28,224 करोड़ रुपये और आईजीएसटी 53,013 करोड़ रुपये (आयात से 23,481 करोड़ रुपये समेत) हैं. इस महीने कुल 8,637 करोड़ रुपये सेस है, जिसमें 824 करोड़ रुपये आयात से आया है. दिसंबर महीने के लिए 31 जनवरी, 2020 तक जीएसटीआर 3बी 83 लाख फाइल किया गया, जो नई कर व्यवस्था में अनुपालन में सुधार दिखाता है.

जनवरी महीने के लिए घरेलू लेनदेन से आए जीएसटी राजस्व से पिछले साल इसी महीने में आए राजस्व में 12 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि हुई है. सरकार ने नियमित सेटलमेंट के तौर पर सीजीएसटी 24,730 करोड़ रुपये और एसजीएसटी 18,199 करोड़ रुपये तय की है. जनवरी महीने में नियमित सेटलमेंट के बाद राज्य ने सीजीएसटी से 45,674 करोड़ रुपये और केंद्र ने एसजीएसटी से 46,433 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया.

जीएसटी कलेक्शन दिसंबर में 1 लाख 3 हजार 184 करोड़ रुपए रहा था. जीएसटी रेवेन्यू लगातार दूसरे महीने 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा है. हालांकि, नवंबर की तुलना में मामूली कमी आई है. सरकार को नवंबर में जीएसटी से 1 लाख 3 हजार 492 करोड़ रुपए मिले थे. 

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

दिसंबर महीने में घरेलू लेनदेन से होने वाले जीएसटी संग्रह में 16 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. स्टेटमेंट में कहा गया है कि अगर इंपोर्ट से होने वाले आईजीएसटी को भी देखें तो दिसंबर 2019 के दौरान कुल रेवेन्यू दिसंबर 2018 की तुलना में 9 फीसदी ज्यादा रहा है.