केंद्र सरकार ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेश को बड़ी मात्रा में बाहर जाने से रोकने के लिए इस पर लगाया गया सरचार्ज वापस ले लिया. इस कदम के एफपीआई के लिए टैक्स 4 से 7 फीसदी तक घट जाएगा. इस कदम से घरेलू निवेशक भी खुश हैं क्योंकि यह उनके ऊपर भी लागू होगा.

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सरकार ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है, जब कई सप्ताहों से एफपीआई सिर्फ बिकवाली कर रहे थे, क्योंकि केंद्रीय बजट में सरचार्ज लगा दिया गया था. एफपीआई ने बजट घोषणा के बाद से लगभग 8,500 करोड़ रुपये निकाले जा चुके हैं.

केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने पहले बजट में सुपर-रिच लोगों पर या जिनकी सालाना टैक्सेबल इनकम दो करोड़ रुपये से अधिक है, उनपर सरचार्ज बढ़ा दिया था. जिन लोगों की टैक्सेबल इनकम आय दो करोड़ रुपये और पांच करोड़ के बीच उनपर सरचार्ज 25 फीसदी और जिनकी इनकम पांच करोड़ रुपये से अधिक है, उनपर सरचार्ज 39 फीसदी कर दिया गया था.

नागिया एडवाइजर्स (एंडर्सन ग्लोबल) के साझेदार, सुनील गिडवानी ने कहा कि सरचार्ज वापस लेना एफपीआई के लिए वाकई बड़ी राहत है. यह घरेलू निवेशकों के लिए भी बोनस है.

 

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बता दें कि शुक्रवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहाकि फाइनेंस एक्ट, 2019 के तहत लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म पूंजी लाभ पर वसूला गया बढ़ा हुआ सरचार्ज वापस लिया जाता है.

सरकार ने यह कदम तब उठाया है, जब भारतीय पूंजी बाजार से जुलाई महीने में भारी मात्रा में विदेशी फंड बाहर चला गया. बजट के बाद से सेंसेक्स में 3,000 अंकों की गिरावट हो गई. इसके पहले यह अपने जीवन के सर्वोच्च 40,000 अंकों पर पहुंच गया था.