सरकार की ओर से पेश की गई नई योजनाएं देश में न सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों के विनिर्माण को बढ़ावा देने पर ध्यान देंगी बल्कि देश को निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करने का भी काम करेंगी. एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने सोमवार को यह बात कही. इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण शिखर सम्मेलन 2019 में बोलते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी सचिव अजय प्रकाश साहनी ने कहा कि देश में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण तंत्र को "मजबूत" किया गया है. यह सम्मेलन सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार क्षेत्र के शीर्ष संगठन एमएआईटी ने आयोजित किया है.

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भारत में विनिर्माण केंद्र

विभिन्न ब्रांड भारत में आकर अपना विनिर्माण केंद्र स्थापित कर रहे हैं. इसके अलावा उनके आपूर्ति श्रृंखला भागीदारों ने भी विनिर्माण क्षेत्र में भाग लेना शुरू कर दिया है. साहनी ने कहा, "मेरा मानना है कि हमें सिर्फ विनिर्माण पर ही ध्यान नहीं देना है बल्कि इस समय निर्यात पर भी ध्यान देना है. पुरानी योजनाओं की जगह चलाई गई हमारी कई नई योजनाएं निर्यात पर ध्यान देंगी. हम आपूर्ति साझेदारों को लाने पर ध्यान देंगे." 

फोटो साभार - पिक्साबे

देश के लिए जबरदस्त अवसर

अधिकारी ने कहा कि कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपनी भारतीय इकाइयों का उपयोग नए उत्पादों एवं सेवा के शोध एवं विकास (आरएंडडी) तथा डिजाइन के लिए कर रही हैं. इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण तंत्र तेजी से बढ़ रहा है, यह एक "जबरदस्त अवसर" है. साहनी ने कहा, "हमारे लिए सिर्फ यह जरूरी नहीं है कि हम विनिर्माण करें बल्कि वैश्विक तंत्र का हिस्सा बनना भी जरूरी है. भारत में सिर्फ एसेम्बलिंग होना जरूरी नहीं है बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के साथ कैसे बेहतर तरीके से जुड़ सकते हैं और इस दिशा में बढ़ने के लिए क्या कर सकते हैं, यह भी जरूरी है." 

(इनपुट एजेंसी से)