आपकी रसोई की सुरक्षा के लिए सरकार ने लिया बड़ा फैसला, आदेश न मानने वालों पर लगेगा भारी जुर्माना
ISI Mark Mandatory: सरकार ने स्टेनलेस स्टील और एल्युमीनियम के बर्तनों के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (घए) के दिशा-निर्देशों को अनिवार्य बना दिया है.
ISI Mark: केंद्र सरकार ने रसोई की सुरक्षा, गुणवत्ता और दक्षता को बढ़ाने की दिशा एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने स्टेनलेस स्टील (Stainless Steel) और एल्युमीनियम के बर्तनों (Aluminium Utensils) के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (घए) के दिशा-निर्देशों को अनिवार्य बना दिया है. सरकार ने कहा कि इस कदम से उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ेगा और विनिर्माता सर्वोत्तम प्रक्रियाओं को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे.
भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने यह जानकारी दी और कहा यह कदम उपभोक्ता सुरक्षा तथा उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने 14 मार्च को क्वालिटी कंट्रोल आदेश जारी कर रसोई के इन बर्तनों के लिए आईएसआई मार्क अनिवार्य कर दिया था.
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आदेश का पालन न करने पर लगेगा जुर्माना
बीआईएस ने भारतीय मानक संस्थान (ISI) मार्क को निर्धारित किया है. यह उत्पाद की गुणवत्ता और सुरक्षा का आश्वासन देता है. BIS के अनुसार, आदेश में ऐसे किसी भी स्टेनलेस स्टील या एल्युमीनियम बर्तनों के विनिर्माण, आयात, बिक्री, वितरण, भंडारण या प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया गया है जिन पर बीआईएस मानक चिह्न न हो. बयान में कहा गया, आदेश का अनुपालन न करने पर जुर्माना लगाया जाएगा, जो उपभोक्ता सुरक्षा और उत्पाद अखंडता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है.
स्टेनलेस स्टील बर्तन: मजबूती और सुंदरता
स्टेनलेस स्टील बर्तन लंबे समय से दुनिया भर के रसोई घरों में अपनी मजबूती, विविध उपयोगों और आकर्षक दिखने के कारण पसंद किए जाते हैं. क्रोमियम और निकेल, मोलिब्डेनम और मैंगनीज जैसी अन्य धातुओं के साथ स्टील के मिश्र धातु से बना स्टेनलेस स्टील अपने बेहतर संक्षारण प्रतिरोध और मजबूत यांत्रिक गुणों के लिए जाना जाता है. बीआईएस ने इन विशेषताओं को भारतीय मानक आईएस 14756:2022 में सूचीबद्ध किया है, इसमें खाना पकाने, परोसने, भोजन करने और भंडारण में उपयोग किए जाने वाले अलग-अलग प्रकार के बर्तनों की जरूरतों को निर्दिष्ट किया गया है.
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एल्युमीनियम के बर्तन: हल्के और उपयोगी
एल्युमीनियम के बर्तन घरेलू और व्यावसायिक रसोई दोनों का प्रमुख आधार हैं. इन्हें अपने हल्केपन, शानदार ऊष्मा चालकता, किफ़ायत और मजबूती के लिए जाना जाता है. BIS ने भारतीय मानक आईएस 1660:2024 तैयार किया है, जो हार्ड एनोडाइज्ड और नॉन-स्टिक अनरीइंफोर्स्ड प्लास्टिक कोटिंग सहित 30 लीटर तक की क्षमता तक निर्मित और ढले हुए एल्युमीनियम बर्तनों के लिए विनिर्देशों को रेखांकित करता है. यह मानक सुनिश्चित करता है कि एल्युमीनियम के बर्तन उच्चतम सामग्री गुणवत्ता और प्रदर्शन मानकों को पूरा करते हैं.
गुणवत्ता और उपभोक्ता विश्वास सुनिश्चित करना
स्टेनलेस स्टील और एल्युमीनियम के बर्तनों के लिए बीआईएस के कड़े मानक यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि पूरे देश में घरों और व्यावसायिक इकाइयों में इस्तेमाल किए जाने वाले रसोई के बर्तन उच्चतम सुरक्षा और गुणवत्ता मानदंडों को पूरा करते हैं. कठोर परीक्षण और प्रमाणन प्रक्रियाओं को लागू करके, बीआईएस उपभोक्ताओं को घटिया उत्पादों से बचाने में सहायता प्रदान करने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करता है कि बर्तन उपयोग करने के लिए सुरक्षित हों और लंबे समय तक चलें.
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ये उपाय उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ाते हैं और निर्माताओं को उत्पादन में सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, जिससे उद्योग में समग्र सुधार होता है. बीआईएस मानक चिह्न गुणवत्ता के एक विश्वसनीय संकेतक के रूप में कार्य करता है, उपभोक्ताओं को सूचित विकल्प बनाने में मार्गदर्शन करता है और रसोई के बर्तनों में उत्कृष्टता और सुरक्षा की संस्कृति को बढ़ावा देता है.