इस साल सोने ने दिया करीब 15% का रिटर्न; मंदी, महंगाई और कोरोना के बीच क्या 60 हजारी होगा गोल्ड?
Gold Outlook 2023: इस साल भारी उठापटक के बावजूद सोने ने करीब 15 फीसदी का रिटर्न दिया है. मंदी, महंगाई और कोरोना के नए वेरिएंट सामने आने के बाद अगले साल सोने में और तेजी की उम्मीद है. वर्तमान में यह 54500 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर है.
Gold Outlook 2023: उठापटक के बावजूद सोना साल 2022 में करीब 15 फीसदी का रिटर्न दिया. घरेलू बाजार में सोना इस समय 54600 के स्तर पर है. हालांकि, इसने 55 हजार का स्तर पार किया है. नए साल में कई सारी चुनौतियां हैं. कोरोना के मामले फिर से बढ़ रहे हैं. मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि नया वेरिएंट बहुत तेजी से फैल रहा है. इससे ग्रोथ की सुधरती रफ्तार और घटती महंगाई को गहरा धक्का लगेगा. ऐसे में निवेशकों को क्या करना चाहिए यह बड़ा सवाल है. तमाम फैक्टर्स गोल्ड में तेजी की तरफ इशारा कर रहे हैं.
2023 में सोने की चमक बढ़ेगी
कोटक सिक्यॉरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में सोने की चमक बरकरार रहेगी. इस रिपोर्ट के मुताबिक, मंदी का खतरा बढ़ रहा है. महंगाई में कमी आई है, लेकिन अभी भी यह ज्यादा है. डॉलर में कमजोरी का ट्रेंड दिख रहा है. जियो-पॉलिटिकल सिचुएशन ठीक नहीं है. चीन में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. दुनिया में कोरोना की नई लहर की संभावना दिख रही है. ये तमाम फैक्टर्स गोल्ड की चमक को कायम रखेंगे. साल 2023 में इंटरनेशनल मार्केट के लिए गोल्ड का मिनिमम रेट 1679 डॉलर और मैक्सिमम रेट 2000 डॉलर प्रति आउंस तक जाने का अनुमान लगाया गया है. वहीं, डोमेस्टिक मार्केट के लिए मैक्सिमम रेट 60 हजार रुपए और मिनिमम रेट 48500 रुपए प्रति दस ग्राम का अनुमान लगाया गया है.
डॉलर के कमजोर होने पर सोने में आएगी तेजी
HDFC सिक्यॉरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉलर में मजबूती के कारण निवेशकों की तरफ से सोने को लेकर सुस्ती दिखी. फिजिकल गोल्ड की डिमांड भी कमजोर रही. उसका अनुमान है कि साल 2023 में भी गोल्ड को लेकर बहुत ज्यादा क्रेज नहीं दिखेगा. इंटरनेशनल मार्केट में इसके लिए 1915 डॉलर पर अवरोध रहेगा. अगर डॉलर में गिरावट जारी रहती है तो सोना 2100 डॉलर प्रति आउंस तक भी पहुंच सकता है. 1673 डॉलर पर इसके लिए सपोर्ट है.
महंगाई में उछाल से गोल्ड को मिलेगा सपोर्ट
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में जब महंगाई 5 फीसदी से ज्यादा रहती है तो गोल्ड औसतन 25 फीसदी का रिटर्न देता है. वहीं, महंगाई 3-5 फीसदी के दायरे में रहने पर यह रिटर्न घटकर 15 फीसदी पर आ जाता है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी पिछले दिनों कहा कि अभी भी महंगाई बड़ी समस्या है. ऐसे में आने वाले समय में रेपो रेट बढ़ाने का कार्यक्रम जारी रहेगा.
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