India-UAE के बीच हुआ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट, कारोबार पहुंचेगा 100 अरब डॉलर, 10 लाख नौकरियों के होंगे मौके
India-UAE Free trade agreement: समझौते में वस्तुओं, सेवाएं, उत्पत्ति के नियमों, सीमा शुल्क प्रक्रियाओं, सरकारी खरीद, बौद्धिक संपदा अधिकार और ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है.
India-UAE Free trade agreement: भारत और यूएई के कारोबारी रिश्ते और मजबूत होने जा रहे हैं. दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता (फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) हुआ है. वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने से दोनों देशों के व्यापार में बढ़ोतरी होगी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, कारोबार अगले पांच साल में 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने और लाखों की संख्या में रोजगार पैदा करने में मदद मिलेगी. समझौते में वस्तुओं, सेवाएं, उत्पत्ति के नियमों, सीमा शुल्क प्रक्रियाओं, सरकारी खरीद, बौद्धिक संपदा अधिकार और ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है.
मई में प्रभावी हो सकता है समझौता
खबर के मुताबिक, गोयल ने भारत औक यूएई के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) मई में प्रभावी हो सकता है और पहले दिन से ही भारतीय हित से जुड़े करीब 90 प्रतिशत उत्पादों के लिए यूएई को एक्सपोर्ट का रास्ता खुल जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और अबु धाबी के शहजादा शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान (Crown Prince Of Abu Dhabi Mohammed Bin Zayed Al Nahyan) की ऑनलाइन शिखर वार्ता के दौरान व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. समझौते पर भारत की तरफ से गोयल और यूएई के अर्थव्यवस्था मामलों के मंत्री अब्दुल्ला बिन तौक अल मर्री ने हस्ताक्षर किए. दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर रूपरेखा भी जारी की.
कंपनियों को महत्वपूर्ण फायदे मिलेंगे
मुक्त व्यापार समझौते (India-UAE Free trade agreement) से भारत और संयुक्त अरब अमीरात की कंपनियों को महत्वपूर्ण फायदे मिलेंगे. इसमें बेहतर बाजार पहुंच और कम शुल्क दरें शामिल हैं. इस एफटीए से अगले पांच साल में दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार मौजूदा 60 अरब डॉलर से बढ़कर 100 अरब डॉलर पहुंच जाने की उम्मीद है. उल्लेखनीय है कि भारत और यूएई ने व्यापार समझौते के लिए औपचारिक बातचीत पिछले साल सितंबर में शुरू की थी. कुल 881 पृष्ठ के समझौते को रिकॉर्ड 88 दिनों में ही पूरा कर लिया गया.
10 लाख नौकरियों के अवसर बनेंगे
गोयल ने कहा कि यह एक नया उल्लेखनीय समझौता है जिसका फायदा दवा इंडस्ट्री को पहली बार मिला है. यह यूएई में हमारे उत्पादों के लिए दरवाजे खोलेगा. व्यापार केंद्र की वजह से यूएई पश्चिम एशिया के दूसरे देशों और पूरे अफ्रीकी महाद्वीप के लिए द्वार है. इस समझौते से कपड़ा, हथकरधा, रत्न और आभूषण, चमड़ा और जूता-चप्पल जैसे श्रम गहन क्षेत्रों में 10 लाख नौकरियों के अवसर बनेंगे. दवा क्षेत्र के बारे में गोयल ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात ने सहमति व्यक्त की है कि यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, कनाडा या ऑस्ट्रेलिया द्वारा अनुमोदित भारत में बने मेडिकल प्रोडक्ट्स को एप्लीकेशन जमा करने के 90 दिनों के भीतर बाजार पहुंच और नियामकीय मंजूरी हासिल होगी.
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यूएई भारतीय आभूषणों पर शुल्क समाप्त करने पर सहमत
जहां यूएई भारतीय आभूषणों पर शुल्क समाप्त करने पर सहमत हो गया है, वहीं भारत 200 टन तक सोने के आयात पर शुल्क में छूट देगा. भारतीय सेवा क्षेत्र के फायदे के बारे में उन्होंने कहा कि समझौते से सेवाओं से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों की आसान बाजार पहुंच होगी. संयुक्त अरब अमीरात के निवेशकों को होने वाले फायदा का जिक्र करते हुए गोयल ने कहा कि दोनों पक्ष (india-uae relations) भारत में एक ऐसी व्यवस्था पर विचार कर रहे हैं, जिससे बुनियादी ढांचा और लॉजिस्टिक चेन में निवेश को तेजी से गति मिले. उन्होंने यह भी कहा कि समझौते में सुरक्षा के भी उपाय किये गये हैं. इसमें स्थायी तौर पर सुरक्षा के उपाय किए गए हैं.