Budget 2024: रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने शुक्रवार को कहा कि भारत का चुनाव बाद का बजट इस बात की पुष्टि करता है कि सरकार फिस्कल डेफिसिट को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है. गठबंधन में शामिल दलों की मांग के बावजूद नई सरकार राजकोषीय मजबूती के रास्ते पर टिकी हुई है. वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में सरकार ने 31 मार्च 2025 को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए केंद्र के फिस्कल डेफिसिट के लक्ष्य को घटाकर सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी कर दिया है. फरवरी के अंतरिम बजट में लक्ष्य 5.1 फीसदी तय किया गया था. 

फिच ने 5.4 फीसदी का अनुमान लगाय था

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वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार का फिस्कल डेफिसिट लक्ष्य, रेटिंग एजेंसी के 5.4 फीसदी के अनुमान से काफी कम है. रेटिंग एजेंसी ने जनवरी 2024 में भारत की 'बीबीबी-' रेटिंग की पुष्टि करते समय फिस्कल डेफिसिट के सकल घरेलू उत्पाद का 5.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था. फिच रेटिंग्स ने एक बयान में कहा, ‘‘ भारत का चुनाव-पश्चात बजट इस बात की पुष्टि करता है कि गठबंधन सरकार की मांगों के बावजूद नया प्रशासन चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में फिस्कल डेफिसिट को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है.’’ 

FY25 में इकोनॉमी में जबरदस्त ग्रोथ की उम्मीद

इसमें कहा गया कि उच्च पब्लिक एक्सपेंडिचर के जरिये आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने से भी प्रमुख क्षेत्रों में निरंतरता का संकेत मिलता है. फिच ने कहा, ‘‘ हमारा मानना ​​है कि यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है, क्योंकि वित्त वर्ष 2024-25 में सरकार का अनुमान बाजार मूल्य पर जीडीपी वृद्धि 10.5 फीसदी रहने का है, जो हमारे मौजूदा पूर्वानुमान से थोड़ा कम है. हमें लगता है कि सरकार वित्त वर्ष 2025-26 में घाटे को जीडीपी के 4.5 फीसदी से नीचे लाने के अपने लक्ष्य को भी हासिल कर लेगी.’’