केन्द्रीय वित्त व कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारामण ने शुक्रवार को लोकसभा में 2019-20 का आम बजट (Budget 2019) पेश किया. इस पर बाजार विशेषज्ञों व अन्‍य दिग्‍गजों ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है. गोल्‍ड (Gold) पर सीमा शुल्‍क बढ़ने से ज्‍वेलर्स में निराशा है. वहीं टैक्‍सपेयर के लिए कोई खास ऐलान नहीं हुआ. कारोबारी जगत को कुछ राहत जरूर मिली है. इन तमाम बातों पर 'जी बिजनेस' की एक्जीक्यूटिव एडिटर स्वाति खंडेलवाल ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से खास बातचीत की. पेश हैं उनसे बातचीत की मुख्‍य बातें: 

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रेवेन्‍यू कलेक्‍शन बढ़ा

रेवेन्यू कलेक्शन के सवाल पर वित्त मंत्री ने कहा कि रेवेन्यू कलेक्शन काफी बेहतर स्थिति में है. इसे लेकर कोई चिंता नहीं है. हमने विनिवेश के लक्ष्य को हासिल किया है. 

वित्‍तीय घाटा

वित्‍त मंत्री ने कहा कि सरकार 3.3% के वित्तीय घाटे का लक्ष्य हासिल करेगी. बैंकिंग सेक्टर की दिक्कतें दूर करने में भी हम सफल रहे हैं. अभी हमारे पास काफी बेहतर मौके हैं. 

मेक इन इंडिया

निर्मला सीतारमण ने कहा कि मेक-इन-इंडिया के लिए देश में अच्छा माहौल है. मिडल क्लास को कई सारे इनसेंटिव मिले हैं. अफोर्डेबल हाउसिंग, इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर राहत दी है.

इलेक्ट्रिक वाहन

उन्‍होंने कहा कि GST के कारण कमोडिटी कीमतों में कमी आई है. GST से मिडल क्लास पर टैक्स बोझ भी कम हुआ है. रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देना चाहते हैं. इलेक्ट्रिक गाड़ियों का इस्तेमाल बढ़ाना चाहते हैं.

पब्लिक ट्रांसपोर्ट में निवेश

वित्‍त मंत्री ने कहा कि सरकार पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी निवेश बढ़ाना चाहती है. टैक्स से मिले पैसे से इंफ्रा को बेहतर करेंगे. बैंक के री-कैपिटलाइजेशन के लिए बड़ा कदम उठा रहे हैं.