Crude Price: संभव है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी देखने को मिले. क्योंकि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों गिरावट जारी है. क्रूड की कीमतें सोमवार को 2 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह दुनिया के सबसे क्रूड ऑयल खरीदार देश चीन में लगा कोरोना लॉकडाउन है. साथ ही अमेरिकी डॉलर की मजबूती से भी कच्चे तेल की कीमतों पर दबाव बना है.

ब्रेंट कीमतें करीब 6 फीसदी नीचे

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इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड की कीमत करीब 6 फीसदी नीचे आ गई है, जिससे प्रति बैरल क्रूड का भाव 83 डॉलर के भी नीचे आ गया है. इसके अलावा WTI क्रूड 75 डॉलर के पास ट्रेड कर रहा है. गिरावट की वजह चीन में लगे कोरोना लॉकडाउन है. क्योंकि इससे क्रूड की डिमांड आउटलुक कमजोर हुआ है. 

चीन में कोरोना लॉकडाउन से संकट

चीन में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में लगातार इजाफा हो रहा है. नतीजतन, देश के प्रमुख शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. इसके अलावा US डॉलर इंडेक्स में उछाल से भी कच्चे तेल की कीमतों में कमजोर दर्ज की जा रही है. डॉलर इंडेक्स सोमवार को 11 नवंबर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. 

कमजोर डिमांड के चलते GS ने अनुमान घटाया

इनवेस्टमेंट बैंक Goldman Sachs ने कमजोर डिमांड के चलते क्रूड प्राइस पर अपने अनुमान में कटौती की है. रिपोर्ट के मुताबिक ऑयल प्राइस में 10 डॉलर की कटौती की है. इसकी वजह चीन में लगे लॉकडाउन से बना संकट है. साथ ही रूस से होने वाले ऑयल एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी का अनुमान दिया है. 

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