Explainer: कच्चा तेल सस्ता होने पर भी पेट्रोल-डीजल क्यों रहता है महंगा? समझिए कुएं से हम तक कैसे पहुंचता है ऑयल
भारत अपनी जरूरत का करीब 85% कच्चा तेल खरीदता है। ऐसे में कच्चे तेल की कीमत घटने और रुपए की मजबूत होने से पेट्रोल-डीजल कम हो सकते हैं।
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल में गिरावट जारी है. इससे क्रूड की कीमतें 7 महीने के सबसे निचले स्तर पर आ गया है. केवल कल के सत्र में क्रूड करीब 6 फीसदी गिरकर 89 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गया था. बीते 3 महीनों में कीमतें करीब 26 फीसदी घटी हैं. ऐसे में सस्ते होते कच्चे तेल का फायदा तेल खरीदार देशों को होगा, जिसमें भारत भी शामिल है.
गिरावट की वजह क्या है?
कच्चे तेल में गिरावट की सबसे बड़ी वजह कमजोर डिमांड है. दुनियाभर में आर्थिक मंदी की आशंका और चीन में कोविड लॉकडाउन से क्रूड पर बुरा असर पड़ा है. बता दें की चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्रूड कंज्यूमर है. इसके ब्याज दरों में बढ़ोतरी से भी कच्चे तेल की कीमतों पर असर पड़ा है.
क्या सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल?
संभव है कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से देश में पेट्रोल-डीजल के दाम घट सकते हैं. लेकिन यह निर्भर करता है कि केंद्र और राज्य सरकारें कच्चे तेल पर सेस कितना घटाते हैं. हालांकि, उम्मीद की जा रही है कि इस त्योहारी सीजन आम लोगों को महंगाई से राहत मिल सकती है. पेट्रोल और डीजल की कीमतें 3 रुपए प्रति लीटर तक घट सकती है. इससे रिटेल महंगाई दर 7 फीसदी नीचे आ सकती है. हालांकि, खाद्य कीमतों में गिरावट से पहले की तुलना में महंगाई जरूर कम हुई है, लेकिन फ्यूल कीमतें घटने से इकोनॉमी को अच्छा सपोर्ट मिल सकता है.
भारत कितना खरीदता है क्रूड?
भारत अपनी जरूरत का करीब 85% कच्चा तेल खरीदता है। ऐसे में कच्चे तेल की कीमत घटने और रुपए की मजबूत होने से पेट्रोल-डीजल कम हो सकते हैं। तेल खरीदारों में भारत दुनिया के शीर्ष देशों में शामिल है.
हम तक कैसे पहुंचता कच्चा तेल?
अब हम जानते हैं कि हमारी गाड़ी तक तेल का सफर कैसे तय होता है. सरकार तेल उत्पादक देश से डील के मुताबिक भाव पर अपनी जरुरत का क्रूड इंपोर्ट करती है. यह कच्चा तेल रिफाइनिंग के लिए जाता है, जहां पेट्रोल और डीजल की अलग-अलग रिफाइनिंग होती है. रिफाइनिंग के बाद तेल मार्केटिंग कंपनियां उसे पंप तक पहुंचाती हैं. यहां से ग्राहक तय भाव का भुगतान करके अपनी गाड़ी को रिफिल करते हैं.
1 लीटर पेट्रोल-डीजल पर सरकार की कमाई?
IOCL की ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध डाटा के मुताबिक दिल्ली में 1 लीटर पेट्रोल पर केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी के जरिए 19.90 रुपए और राज्य सरकार वैट के जरिए 15.71 रुपए वसूलते हैं. पेट्रोल की बेस प्राइस 57.15 रुपए प्रति लीटर है। इसमें टैक्स, VAT, भाड़ा और डीलर्स कमीशन जोड़कर ग्राहक को एक लीटर पेट्रोल 96.72 रुपए में मिलता है.
प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के भाव?
इंडियन ऑयल के मुताबिक दिल्ली में 1 लीटर पेट्रोल का भाव 96.72 रुपए है, कोलकाता में 106.03 रुपए, मुंबई में 106.35 रुपए और चेन्नई में 102.63 रुपए है. डीजल की बात करें तो दिल्ली एक लीटर डीजल का भाव 89.62 रुपए, कोलकाता में 92.76 रुपए, मुंबई में 94.28 रुपए और चेन्नई में 94.28 रुपए प्रति लीटर है.