Coal Import इस वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों में 4.2% घटा, घरेलू प्रोडक्शन में तेजी का मिला फायदा
Coal Import घटाने को लेकर सरकार की तरफ से लगातार उपाय किए जा रहे हैं. नतीजन FY24 के पहले 7 महीनों में देश का ओवरऑल कोल इंपोर्ट 4.2% घटा. हालांकि, कोकिंग कोल में थोड़ी तेजी आई है.
Coal Import: चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में देश का कोयला आयात 4.2 फीसदी घटकर 14.81 करोड़ टन रह गया. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 15.47 करोड़ टन था. कंपनियों के ई-कॉमर्स मंच एमजंक्शन सर्विसेज लिमिटेड के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-अक्टूबर, 2023 में गैर-कोकिंग कोयले का आयात 9.45 करोड़ टन था जो पिछले वर्ष की समान अवधि में आयातित 10.44 करोड़ टन से कम है.
कोकिंग कोल का आयात थोड़ा बढ़ा
वित्त वर्ष 2023-24 के पहले सात महीनों में कोकिंग कोयले का आयात 3.37 करोड़ टन था, जो एक साल पहले की अवधि में 3.27 करोड़ टन से थोड़ा अधिक था. आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में कोयला आयात लगभग 2.35 करोड़ टन रहा, जबकि पिछले साल अक्टूबर में यह 1.90 करोड़ टन था.
अक्टूबर में कोकिंग कोल का आयात घटा
अक्टूबर में गैर-कोकिंग कोयले का आयात 1.68 करोड़ टन था, जबकि पिछले साल अक्टूबर में 1.16 करोड़ टन का आयात हुआ था. इस अवधि में कोकिंग कोयले का आयात 43.1 लाख टन रहा, जबकि पिछले साल अक्टूबर में 46.9 लाख टन आयात हुआ था. एमजंक्शन के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी विनय वर्मा ने कहा, "कोयला आधारित संयंत्रों में कम स्टॉक होने और बिजली उत्पादन के लिए होने वाले मिश्रण के लिए आयात संबंधी केंद्र सरकार के निर्देश के बीच कई निविदाएं जारी की गई थीं."
आयात घटाने पर फोकस
सरकार ने कोयला आयात के विकल्प के लिए कई उपाय किये हैं. इसके तहत, घरेलू कोयला उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है जो आत्मनिर्भरता हासिल करने और आयातित कोयले पर निर्भरता कम करने के लिए महत्वपूर्ण है.