कोरोना वायरस (Coronavirus) में सरकार ने लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया है. इस बीच, केंद्रीय कैबिनेट की आज एक बार फिर से बैठक प्रतावित है. बैठक शाम 5.30 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये होगी. माना जा रहा है कि बैठक में कुछ सेक्टर के लिए राहत पैकेज देने पर विचार हो सकता है. बता दें कि सरकार ने 20 अप्रैल से लॉकडाउन में कुछ कामों को रियायत देने का आदेश जारी कर दिया है.

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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पहले कहा था कि सरकार लॉकडाउन से प्रभावित माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) सेक्टर को राहत दिलाने के लिए कई उपायों पर काम कर रही है.

गडकरी के मुताबिक कैबिनेट के सामने उद्योगों को उबारने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये के फंड की व्‍यवस्‍था का प्रस्‍ताव रखा जाएगा. इस प्रस्‍ताव को फाइनेंस कमेटी की मंजूरी मिल चुकी है. सरकार MSME क्षेत्र को कैपिटल मार्केट में प्रवेश करने और विदेशी निवेश हासिल करने के लिए भी प्रोत्साहित करेगी.

 

उद्योग चैंबर ASSOCHAM ने इंडस्ट्री की ग्रेडेड ओपनिंग के लिए सरकार को एक प्लान सौंपा है. संगठन के मुताबिक छोटे उद्योगों और लाखों कामगारों की नौकरी बचाने पर भी सरकार का फोकस होना चाहिए.

PHD चैंबर ने सरकार 16 लाख करोड़ के पैकेज की मांग की है. सरकार पहले ही 2 लाख करोड़ का पैकेज जारी कर चुकी है, लेकिन जानकारों का मानना है कि सरकार को सभी उद्योगों की चिंता करनी चाहिए और पैकेज की रकम बढ़ानी चाहिए.

व्यापार संगठन CAIT की मांग है कि 21 दिन के लॉकडाउन में करीब 3.15 लाख करोड़ रुपये का ट्रेड घाटा हुआ है, जो दो हफ्तों में और बढ़ सकता है. सरकार को कारोबारियों के लिए एक बड़ा राहत पैकेज घोषित करना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो लाखों लोगों की नौकरी और स्वरोजगार पर संकट मंडरा सकता है.

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में यह ऐलान किया था कि अगले एक सप्ताह तक जो जिला या शहर सख्ती से सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे और जिन जगहों पर कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आयेगा, उन इलाकों को कुछ रियायत दी जा सकती है.

इस बीच लॉक डाउन का दूसरा चरण आज से शुरू हो गया है. लेकिन देश में कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. बुधबार सुबह जारी किये गए स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक देश में कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 11,439 पहुंच गयी है. इसमें 9756 अभी भी कोरोना पॉजिटिव हैं, जबकि 1305 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है. लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधबार सुबह तक मरने वालों की संख्या 377 हो गयी है.