Budget 2025: जिला अस्पतालों में कैंसर डे केयर सेंटर खोले जाने की घोषणा, PMJAY के दायरे में आएंगे करीब 1 करोड़ गिग वर्कर्स
Union Budget 2025: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश कर दिया है. अपने भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कई बड़े ऐलान किए. इसी बीच उन्होंने कैंसर डे केयर सेंटर खोले जाने की भी घोषणा की.
)
Union Budget 2025-26: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमणा ने देश का बजट पेश कर दिया है. शनिवार को बजट पेश करते समय उन्होंने कैंसर डे केयर सेंटर खोले जाने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा अगले तीन वर्षों में सभी जिला अस्पतालों में कैंसर डे केयर सेंटर खुलेंगे. इनमें से 200 इसी वित्त वर्ष 2025-26 में स्थापित किए जाएंगे. इसके अलावा कैंसर और दुर्लभ बीमारियों समेत 36 जीवनरक्षक दवाओं (life saving drugs) को उस सूची में जोड़ा जाएगा, जिन पर कोई बेसिक कस्टम ड्यूटी नहीं लगेगी. इससे दवाएं सस्ती होंगी.
गिग वर्कर्स को मिलेगा PMJAY का फायदा
सीतारमण ने 2025-26 का आम बजट पेश करते हुए कहा कि ‘गिग वर्कर्स’ को पीएम जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई) के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. गिग वर्कर्स उन श्रमिकों को कहा जाता है जिनका काम अस्थायी होता है. दूसरे शब्दों में कहें तो ये किसी काम को अस्थायी तौर पर करते हैं और फिर बेहतर अवसर मिलने पर ये अपने काम को बदल लेते हैं. स्विगी, जोमैटो, उबर जैसे ऐप के जरिये सामान पहुंचाने वाले ‘वर्कर्स’ इसका उदाहरण हैं. गिग वर्कर्स को पीएम जन आरोग्य योजना का फायदा मिलने से करीब एक करोड़ श्रमिकों की सहायता होने की संभावना है.
मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में बढ़ेंगीं सीट
मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सीट बढ़ाने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने 10 वर्षों में स्नातक और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा की करीब 1.1 लाख सीट बढ़ाई हैं, यानी इसमें 130 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले पांच वर्षों में 75,000 सीट जोड़ने के लक्ष्य की दिशा में अगले वर्ष में मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में 10,000 अतिरिक्त सीट जोड़ी जाएंगी.’’ सीतारमण ने यह भी बताया कि सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी.
'विकसित भारत' के लक्ष्य को पूरा करने वाला बजट
TRENDING NOW

बिना एक भी टिकट बेचे पैसेंजर्स से कमा लिए ₹2.70 करोड़, जानें कैसे सेंट्रल रेलवे ने कर दिया ये कारनामा

वीकेंड में इस कंपनी को महाराष्ट्र सरकार से मिला बड़ा ऑर्डर, सालभर में दिया 265% रिटर्न, शेयर पर रखें नजर

Income Tax के रडार पर हैं 40 हजार टैक्सपेयर्स, जानिए इन्होंने की क्या गलती, जिसके चलते होने वाली है कार्रवाई!

45 के करीब पहुंच गई है उम्र और अब तक नहीं की रिटायरमेंट प्लानिंग? ये तरीका आजमाइए, 60 तक जोड़ लेंगे सवा करोड़ से ज्यादा
यथार्थ त्यागी, डायरेक्टर, यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स का कहना है कि केंद्रीय बजट 2025-26 अच्छी तरह से सोची-समझी रणनीति के तहत तैयार किया गया है, जो स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मज़बूत और समावेशी बनाने की दिशा में बड़ा कदम है.200 नए डे-केयर कैंसर सेंटर खोलने और तीन साल में ज़िला अस्पतालों के विस्तार की योजना एक सराहनीय पहल है. इसके अलावा, 36 जीवनरक्षक दवाओं पर कस्टम ड्यूटी में छूट और 13 नए मरीज सहायता कार्यक्रम (Patient Assistance Programs - PAPs) से लोगों को इलाज में राहत मिलेगी और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खर्च कम होगा.10,000 नई मेडिकल सीटें जोड़ने और अगले 5 वर्षों में 75,000 सीटों का लक्ष्य स्वास्थ्य सेवा में कुशल डॉक्टरों की कमी को दूर करेगा. यह बजट 'विकसित भारत' के लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य सेवा को सबके लिए सुलभ बनाने की दिशा में अहम कदम है.
कैंसर देखभाल के क्षेत्र में किया गया सुधार अहम
ICICI लोम्बार्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ संजीव मंत्री ने कहा यह बजट भारत में बीमा क्षेत्र के विकास का एक महत्वपूर्ण चरण साबित होगा. एफडीआई नियमों में उदारीकरण केवल पूंजी प्रवाह तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारत में बीमा की पहुंच को व्यापक बनाने का एक बड़ा कदम है. इस सुधार से हमें वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने, बेहतर अंडरराइटिंग क्षमताओं को विकसित करने और इनोवेशन से इंश्योरटेक समाधान लाने का अवसर मिलेगा, जिससे हम अपने विविध ग्राहकों की बेहतर सेवा कर सकेंगे. स्वास्थ्य में निवेश, विशेष रूप से कैंसर देखभाल के क्षेत्र में किया गया सुधार, बहुत महत्वपूर्ण समय पर आया है. बीमा कंपनियों के रूप में, हम इसे विशेषीकृत स्वास्थ्य बीमा योजनाएं तैयार करने के अवसर के रूप में देखते हैं, जो चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के अनुरूप होंगी.
भारत के मेडिकल टूरिज्म हब के रूप में उभरने के साथ, हम क्रॉस-बॉर्डर स्वास्थ्य बीमा समाधान विकसित करने की दिशा में कार्य कर सकते हैं. व्यक्तिगत कर सुधारों से लोगों की खर्च करने योग्य आय (डिस्पोजेबल इनकम) बढ़ेगी. वित्तीय सुरक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता के साथ, यह बीमा क्षेत्र के लिए एक बड़ा अवसर है. हमें उम्मीद है कि वित्तीय योजना बनाने के तरीकों में बदलाव आएगा, और बीमा अब एक विकल्प न रहकर घरेलू वित्तीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाएगा.
04:13 PM IST