Budget 2024: उद्योग जगत ने गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बजट में आम लोगों पर टैक्स बर्डेन को कम करने, पूंजीगत व्यय जारी रखने और खाद्य वस्तुओं की महंगाई को काबू में लाने के लिए उपाय करने का आग्रह किया. सीतारमण के साथ बजट से पहले परामर्श बैठक में उद्योग प्रमुखों और संगठनों ने सरकार से आर्थिक वृद्धि की गति बनाये रखने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का भी आग्रह किया. उद्योग जगत ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ और रोजगार के लिहाज से महत्वपूर्ण माने जाने वाले MSME (सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम) क्षेत्र को बढ़ावा देने की भी बात कही. 

टैक्स रेट में राहत की मांग

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उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (FICCI) के अध्यक्ष संजीव पुरी ने आय स्लैब के निचले स्तर पर आयकर के मोर्चे पर राहत, उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) जैसी रोजगार प्रोत्साहन योजनाओं को दुरुस्त करने और कारोबार सुगमता को बढ़ावा देने का सुझाव दिया. साथ ही कृषि और ग्रामीण विकास के लिए भी अपने सुझाव दिए. उद्योग मंडल FICCI ने पूंजीगत व्यय की गति बरकरार रखने, नवोन्मेष और कर सरलीकरण जैसे सुझाव दिये. 

महंगाई पर लगाम कसने की जरूरत

FICCI के पूर्व अध्यक्ष शुभ्रकांत पांडा ने मांग में तेजी लाने, बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर देने, खाद्य मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए और उपाय करने, MSME का समर्थन करने और देश में नवोन्मेष और अनुसंधान एवं विकास को प्राथमिकता देकर विकास की गति को समर्थन जारी रखने की आवश्यकता बतायी. 

जुलाई में बजट 2024 पेश होने की उम्मीद

बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की राष्ट्रीय राजकोषीय मामलों और कराधान समिति के अध्यक्ष विवेक जालान ने इलेक्ट्रॉनिक्स सामान के आयात के लिए लाइसेंसिंग जरूरतों को आसान बनाने का सुझाव दिया. वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट अगले महीने संसद में पेश किये जाने की उम्मीद है.