Union Budget 2024: दिसंबर का महीना जाने वाला है और नया साल आने वाला है. इसी के साथ बजट की चर्चा भी शुरू हो गई है. हर साल 1 फरवरी को देश का बजट पेश किया जाता है. इस बजट के जरिए सरकार एक वित्‍त वर्ष (Financial Year) का लेखा-जोखा पेश करती है. हर साल ये बजट देश के वित्‍त मंत्री पेश करते हैं. इस साल देश की वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) छठवीं बार बजट पेश करेंगी. हालांकि ये वोट ऑन अकाउंट बजट होगा.

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आमतौर पर जब भी बजट पेश किया जाता है, लोगों को बजट से काफी उम्‍मीदें होती हैं क्‍योंकि इस दौरान कई तरह की योजनाओं की घोषणा भी की जाती है. लेकिन बजट हमेशा आपके फायदे का ही हो, ये जरूरी नहीं होता. अगर देश में बजट के इतिहास पर नजर डालें तो एक समय ऐसा भी आया था, जब पूरे देश पर आर्थिक संकट इस कदर मंडराया था कि तत्‍कालीन वित्‍त मंत्री को 'Black Budget' पेश करना पड़ा था. आइए आपको बताते हैं बजट के इतिहास से जुड़ी इस घटना के बारे में-

1973-74 के बजट को कहा जाता है ब्‍लैक बजट

भारत में 1973-74 के बजट को ब्‍लैक बजट कहा गया. उस समय देश में कांग्रेस की सरकार थी और इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थीं. दरअसल साल 1971 में भारत और पाकिस्तान का युद्ध हुआ था. उस समय देश के हालात काफी खराब थे. देश आर्थिक संकट से जूझ रहा था. साथ ही, खराब मॉनसून के चलते देश में सूखा पड़ गया था. इन हालातों के चलते सरकार का खर्च उसकी कमाई से कहीं ज्यादा हो गया था और देश की अर्थव्‍यवस्‍था को काफी नुकसान पहुंचा था. तब तत्‍कालीन वित्‍त मंत्री यशवंत राव बी चव्हाण को देश का 'काला बजट' पेश करना पड़ा था. 

वित्‍त मंत्री ने इस बजट को कहा था ब्‍लैक बजट

साल 1973-74 का ये बजट 550 करोड़ रुपए के घाटे का था. उस समय तत्‍कालीन वित्त मंत्री यशवंतराव चव्हाण ने अपने बजट भाषण में कहा था कि देश में सूखे के कारण पैदा हुए हालात और खाद्यान्न उत्पादन में भारी कमी की वजह से बजटीय घाटा बढ़ गया है. इसलिए 'ब्लैक बजट' पेश करने की स्थिति आन पड़ी है. तब से इस बजट को 'Black Budget' कहा जाने लगा.

जानिए क्‍या होता है ब्‍लैक बजट

जब सरकार का खर्च उसकी कमाई की तुलना में ज्यादा होता है, तो सरकार को बजट में कटौती करनी पड़ती है. ऐसे बजट को 'ब्लैक बजट' कहा जाता है. मान लीजिए कि सरकार की कमाई 200 रुपए है और उसका खर्च 250 रुपए का है, तो इस घाटे को पूरा करने के लिए सरकार अपने बजट में कई तरह की कटौती करेगी. ऐसे बजट को ब्‍लैक बजट कहा जाता है. आजाद भारत में आज तक सिर्फ एक बार ही 'Black Budget' पेश किया गया है. उस समय भारत सरकार ने 550 करोड़ रुपए के घाटे का बजट पेश किया था.