Budget 2024: अंग्रेजों के जमाने में पहली बार भारत में पेश हुआ था बजट, जानिए बजट से जुड़ी दिलचस्प बातें
देश का पहला बजट आजादी से पहले यानी अंग्रेजों के जमाने में पेश किया गया था. इसके बाद समय-समय पर बजट में कई तरह के बदलाव आए. आइए आपको बताते हैं बजट के इतिहास से जुड़ी कुछ रोचक बातें.
Union Budget 2024: साल का केंद्रीय बजट हर साल 1 फरवरी को पेश होता है. इस साल देश की वित्त मंत्री 1 फरवरी को छठवीं बार बजट पेश करने वाली हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में बजट पेश करने की शुरुआत कब हुई थी? देश का पहला बजट आजादी से पहले यानी अंग्रेजों के जमाने में पेश किया गया था. इसके बाद समय-समय पर बजट में कई तरह के बदलाव आए. आइए आपको बताते हैं बजट के इतिहास से जुड़ी कुछ रोचक बातें.
किसने पेश किया था पहला बजट
देश में पहला बजट तब पेश किया गया था, जब भारत अंग्रेजों का गुलाम था. ये बजट 7 अप्रैल 1860 को पेश किया गया था. इसे बजट वायसराय की परिषद में ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े स्कॉटिश अर्थशास्त्री एवं नेता जेम्स विल्सन ने पेश किया था. लेकिन भारत के आजाद होने के बाद पहला बजट भारत के पहले वित्त मंत्री आर के षण्मुखम चेट्टी (R. K. Shanmukham Chetty) ने पेश किया था. ये बजट 26 नवंबर 1947 को पेश किया गया था.
ऐसा था आजाद भारत का पहला बजट
आजाद भारत का पहला बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री आर के षण्मुखम चेट्टी अर्थशास्त्री होने के साथ पेशे से वकील भी थे. वित्त मंत्री बनने के बाद जब उन्होंने पहला बजट पेश किया तो उस बजट में टैक्स प्रस्ताव नहीं था. इस बजट में 15 अगस्त 1947 से लेकर 31 मार्च 1948 तक के साढ़े 7 महीने की अवधि को ही कवर किया गया था.
1955 तक अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित होता था बजट
अंग्रेजों के जाने के बाद भी कई सालों तक भारत का बजट अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित किया जाता रहा. बाद में, 1955-56 से, सरकार ने इसे हिंदी में भी प्रकाशित करना शुरू कर दिया. हिंदी में बजट को प्रकाशित करने का श्रेय देश के तीसरे वित्त मंत्री सीडी देशमुख को जाता है. सीडी देशमुख भारतीय रिजर्व बैंक के पहले भारतीय गवर्नर भी रह चुके हैं. अंग्रेजी हुकूमत ने उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक का गर्वनर बनाया था. उन्होंने 11 अगस्त 1943 से 30 जून 1949 तक इस पद को संभाला था.