Budget 2019: बॉलीवुड का 'दिल मांगे मोर', एक्टर-एक्ट्रेस को भी हैं बजट से ये उम्मीदें
5 जुलाई को पेश होने वाले बजट में फिल्मी जगत के लोग मनोरंजन टैक्स में राहत मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं. बॉलीवुड जीएसटी तथा बजट में इंटरटेनमेंट टैक्स को कम करने की मांग कर रहा है.
शुक्रवार, 5 जुलाई को संसद में आम बजट पेश किया जाएगा. बजट को लेकर किसान, आम आदमी, नौकरीपेशा, उद्योग जगत समेत समाज के हर वर्ग को कुछ न कुछ उम्मीदें हैं. फिल्मी दुनिया की बात करें तो यहां भी बजट को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.
फिल्मी जगत के लोग मनोरंजन टैक्स में राहत मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं. बॉलीवुड जीएसटी तथा बजट में इंटरटेनमेंट टैक्स को कम करने की मांग कर रहा है.
मनोरंजन टैक्स में मिले राहत
बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता जिमी शेरगिल ने ज़ी बिजनेस के साथ खास बातचीत में बताया कि सरकार को मनोरजंन की दुनिया में राहत देने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि जीएसटी के स्लैव में मनोरंजन पर 18 फीसदी टैक्स लगाया हुआ है. ज्यादा टैक्स होने का असर सीधा आम लोगों की जेब पर पड़ता है. महंगा टिकट होने के कारण लोग सिनेमा हॉल का रुख नहीं करते हैं और इसका नुकसान फिल्मी दुनिया के लोगों को उठाना पड़ता है. जिमी शेरगिल कहते हैं कि भारत का फिल्मी जगत देश में बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करने का काम करता है, इसलिए सरकार को इस उद्योग के बढ़ावा देने के लिए टैक्स में राहत देनी चाहिए.
जिमी शेरगिल हिंदी और पंजाबी फिल्मों का सफल हीरो रहे हैं. हिंदी फिल्मों में उन्होंने अपनी शुरूआत 1996 में आई फिल्म 'माचिस' से की थी. उन्होंने 'मोहब्बतें', 'मुन्ना भाई एमबीबीएस', 'मेरे यार की शादी है' समेत कई दर्जन फिल्मों में काम किया है.
खाने-पीने का सामान हो सस्ता
हिंदी और पंजाबी फिल्मों का ही चर्चित और खूबसूरत चेहरा माही गिल भी बजट को लेकर अपनी अलग राय रखती हैं. माही गिल आम आदमी के भोजन को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि लग्जरी सामान को भले ही और महंगा कर दो, लेकिन खाने-पीने के सामान को सस्ता करना चाहिए. क्योंकि इस देश में गरीब से गरीब आदमी भी भूखा नहीं सोना चाहिए.
माही गिल ने 'देव डी', 'गुलाल', 'दबंग', 'पान सिंह तोमर', 'दबंग-2', 'चक दे फट्टे', 'साहेब बीवी और गुलाम' और 'नॉट ए लव स्टोरी' समेत कई दर्जन फिल्मों में शानदार अभिनय किया है.