संसद में बजट पेश होने का काउंट डाउन शुरू हो चुका है. शुक्रवार, 5 जुलाई को वित्त मंत्री बजट पेश करेंगी. बजट को लेकर आम आदमी से लेकर उद्योगपति और नौकरीपेशा लोगों में बहुत उम्मीदें हैं. इसी तरह हाउसिंग सेक्टर को भी एक बूस्ट का इंतजार है. हाउसिंग सेक्टर में सुधार की मांग तेजी से उठ रही है, क्योंकि यह सेक्टर नकदी की समस्या से जूझ रहा है. 

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बजट से उम्मीदों को लेकर ज़ी बिजनेस ने हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन के सीईओ केकी मिस्त्री से खास बातचीत की. केकी मिस्त्री ने बजट के बारे में बताया कि बजट में रोजगार और ग्रामीण क्षेत्र पर जोर रहेगा. उन्होंने बताया कि सरकार टैक्स का दायरा बढ़ा सकती है. 

हाउसिंग सेक्टर के बारे में केकी मिस्त्री ने कहा कि बजट में हाउसिंग और इंफ्रा सेक्टर को राहत मिलने की पूरी-पूरी संभावना है. उन्होंने कहा कि हाउसिंग सेक्टर को बूस्ट देने की जरूरत है. बड़े शहरों में घरों की इन्वेंट्री बढ़ गई है, इसलिए अधूरे प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करना चाहिए. 

 

हाउसिंग सेक्टर को लिक्विडिटी की दिक्कतें-

एचडीएफसी के सीईओ केकी मिस्त्री हाउसिंग सेक्टर में नकदी के संकट को प्रमुखता से उठाते हैं. उन्होंने कहा कि NBFCs में नकदी की दिक्कतें कम हुई हैं. बैंकों ने NBFCs के लिए लोन नियम सख्त किए हैं. उन्होंने कहा कि NBFCs के लिए नियम आसान करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट के लिए ज्यादा लोन मिलना चाहिए और भारतीय रिजर्व बैंक तथा सरकार को नकदी के लिए कदम उठाने होंगे.

हाउसिंग सेक्टर के ग्रोथ पर केकी मिस्त्री ने कहा कि पूरी दुनिया में मांग सुस्त है. इस सेक्टर को ग्रोथ देने के लिए सरकार को रोजगार सृजन के मामले में ज्यादा काम करना होगा. और हाउसिंग के हालात सुधरने से ही रोजगार के अवसर पैदा होंगे, क्योंकि हाउसिंग सेक्टर देश में बड़े पैमाने पर रोजगार मुहैया कराता है.