'इनकम टैक्स में मिल सकती है बड़ी खुशखबरी! वित्त मंत्री फिर सरप्राइज के लिए हैं तैयार'
अनिल सिंघवी के मुताबिक, सरकार कुछ और सरप्राइज करने को तैयार है. ये सरकार टैक्स कट पर यहां नहीं रुकेगी. कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के बाद इनकम टैक्स को लेकर बदलाव हो सकते हैं.
बैंकिंग, ऑटो, कॉरपोरेट इंडस्ट्री को बड़ी राहत देने के बाद अब इकोनॉमी की 'असली ताकत' को बूस्ट करने का वक्त है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी शायद इस इशारे को समझ रही हैं. हाल ही कॉरपोरेट टैक्स में बड़ी कटौती के बाद अब इनकम टैक्स के मोर्चे पर खुशखबरी देने की तैयारी है. लगातार मांग उठ रही है कि वित्त मंत्री को इनकम टैक्स घटाना चाहिए.
वहीं, टैक्सपेयर्स भी उम्मीद भरी नजरों से इंतजार कर रहा है. दो बजट निकलने पर भी इनकम टैक्स को लेकर कोई बड़ा फैसला नहीं हुआ. लेकिन, अब उम्मीदें ज्यादा हैं. क्योंकि, आम टैक्सपेयर पर कंपनियों से ज्यादा बोझ को नाराजगी जाहिर हुई है. टैक्सपेयर्स की आवाज एक बार फिर ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने उठाई है. अगर आप भी चाहते हैं इनकम टैक्स कट हो तो ट्विटर पर ज़ी बिज़नेस के साथ आप भी पोस्ट कीजिए वित्त मंत्री जी #IncomeTaxGhatao
इनकम टैक्स हो सकता है कम
कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के बाद अब इकनम टैक्स कम हो सकता है. यह सिर्फ उम्मीद की जा रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आने वाले दिनों में कुछ बड़ा सरप्राइज दे सकती हैं. दरअसल, इकोनॉमी को बूस्ट करने के लिए जरूरी है कि अब उस वर्ग को राहत दी जाए, जो अर्थव्यवस्था की असली ताकत है. अनिल सिंघवी ने फिर मांग उठाई है कि सरकार को इकोनॉमी बूस्ट करने के लिए इस वर्ग को भी बहुत कुछ देना होगा.
अनिल सिंघवी ने फिर उठाई मांग
अनिल सिंघवी ने कहा उन्हें एक बार फिर फीलिंग आ रही है कि कुछ बड़ा होने वाला है. ऐसा पहले भी दो बार हो चुका है कि अनिल सिंघवी ने जो मांगा वित्त मंत्री ने वो दिया और इस बार भी यही उम्मीद है कि ज़ी बिजनेस की ये डिमांड भी वित्त मंत्री के कानों तक पहुंच गई होगी. अनिल सिंघवी के मुताबिक, सरकार कुछ और सरप्राइज करने को तैयार है. ये सरकार टैक्स कट पर यहां नहीं रुकेगी.
क्यों हैं इनकम टैक्स घटने के चांस?
अनिल सिंघवी ने कहा दो तरह के लोग हैं, जिनमें से 90 फीसदी लोग ऐसे हैं जो खुश हैं. खुशी इस बात की इकोनॉमी बूस्टर से सेंसेक्स-निफ्टी में तेजी आ गई है. लेकिन कुछ लोग वास्तव में नाराज हैं. लोग पूछ रहे हैं कि निर्मला सीतारमण ने कंपनियों को तो दे दिया लेकिन मुझे क्या मिला? आम टैक्सपेयर को भी एक बूस्टर डोज चाहिए. मैं भी तो टैक्सपेयर हूं. मैं 35 फीसदी टैक्स दूं, कोई कंपनी 15 फीसदी टैक्स दे. यह रीजनेबल है क्या? अनिल सिंघवी ने इस बात को भी वित्त मंत्री तक पहुंचाने का वादा किया है. क्योंकि, अनिल सिंघवी जो कहते हैं, वित्त मंत्री वो सुनती हैं.
जल्द मिल सकती है खुशखबरी!
उम्मीद है कि आने वाले दिनों में टैक्सपेयर्स को भी बड़ी राहत मिल सकती है. इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव हो सकता है. टैक्स स्लैब को घटाया जा सकता है. टैक्स में छूट को और बढ़ाया जा सकता है. लेकिन, इसके लिए अभी कितना इंतजार करना होगा यह कहना मुश्किल है. फिलहाल, इतना जरूर है कि सरकार इकोनॉमी को बूस्ट करने के लिए दूसरे पहलुओं पर भी विचार कर रही है. उम्मीद की जा रही है कि अनिल सिंघवी की ये डिमांड भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पूरी करेंगी.