बैंकों का महाविलय : सरकार ने क्यों लिया इतना बड़ा फैसला? जानिए FM के ऐलान की 5 बड़ी बातें
वित्त मंत्री (FM) निर्मला सीतारमण ने सरकारी बैंकों के मेगा कंसॉलिडेशन प्लान का ऐलान किया है. इसके तहत 10 सरकारी बैंकों को मर्ज करके 4 बैंक बनाए गए हैं.
वित्त मंत्री (FM) निर्मला सीतारमण ने सरकारी बैंकों के मेगा कंसॉलिडेशन प्लान का ऐलान किया है. इसके तहत 10 सरकारी बैंकों को मर्ज करके 4 बैंक बनाए गए हैं. पंजाब नैशनल बैंक (PNB) सबसे बड़ा बैंक है जिसमें ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को मर्ज किया जाएगा. इससे यह देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा. इनका बिजनेस 17.95 लाख करोड़ का होगा.
PM नरेंद्र मोदी का सपना भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का है. जानकारों की राय में वित्त मंत्रालय ने इसलिए इतना बड़ा फैसला लिया है.
खास बातें
1. वित्त मंत्री ने कहा कि हम बहुत तेजी से 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी की तरफ बढ़ रहे हैं.
2. 8 सरकारी बैंकों ने रेपो रेट लिंक प्लान लॉन्च किए हैं.
3. NBFCs की राहत के लिए कई कदम उठाए.
4 NBFCs ने लिक्विडिटी के लिए PSBs से करार किया
5. क्रेडिट ग्रोथ के लिए आज का कदम महत्वपूर्ण
5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के सपने को लेकर वित्तमंत्री ने कहा कि 2017 में देश की अर्थव्यवस्था 2.6 ट्रिलियन डॉलर थी. 2024 में हम 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को जरूर हासिल करेंगे. बैंकिंग सेक्टर को लेकर उन्होंने कहा कि हाल-फिलहाल जितने फैसले लिए गए हैं उससे NPA में भारी कमी आई है. वित्त वर्ष 2018-19 में लोन रिकवरी 1,21,076 करोड़ था. साथ ही NPA का स्तर 7.90 लाख करोड़ पर पहुंच गया है. पहले बैंकों पर 8.86 लाख करोड़ के NPA का बोझ था.