भारतमाला प्रोजेक्ट: देश में बिछेगा 3000 KM एक्सप्रेस-वे का जाल, ये शहर होंगे शामिल
सड़क परिवहन के क्षेत्र में मोदी सरकार अब तक की सबसे बड़ी योजना लाने जा रही है. इस योजना से देश में एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जाएगा.
केंद्र सरकार की 3000 किमी से ज्यादा के एक्सप्रेस-वे नेटवर्क देश में बनाने की योजना है. (फाइल फोटो)
केंद्र सरकार की 3000 किमी से ज्यादा के एक्सप्रेस-वे नेटवर्क देश में बनाने की योजना है. (फाइल फोटो)
सड़क परिवहन के क्षेत्र में मोदी सरकार अब तक की सबसे बड़ी योजना लाने जा रही है. इस योजना से देश में एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जाएगा. सरकार की देश में 3000 किमी के एक्सप्रेस-वे बनाने की योजना है. दरअसल, मोदी सरकार का बेहद महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट भारतमाला के दूसरे चरण में सरकार ने नए लक्ष्य तय कर दिए है. केंद्र सरकार ने भारतमाला प्रॉजेक्ट के दूसरे चरण के तहत अब कुल 3 हजार किमी के एक्सप्रेस-वे बनाएगी. इसके अलावा करीब 4 हजार किमी नए ग्रीनफील्ड हाइवे बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. सूत्रों के मुताबिक, सड़क परिवहन मंत्रालय की भारतमाला प्रोजेक्ट के अगले चरण में सरकार ने एक्सप्रेस-वे पर सबसे ज्यादा फोकस रखा है.
ग्रीनफील्ड होंगे एक्सप्रेस-वे
केंद्र सरकार की 3000 किमी से ज्यादा के एक्सप्रेस-वे नेटवर्क देश में बनाने की योजना है. सबसे अहम ये की ज्यादातर एक्सप्रेस-वे ग्रीनफील्ड होंगे यानी ये बिल्कुल नए बनेंगे. इसका मतलब यह है कि ये वो एक्सप्रेस-वे होंगे, जिनका निर्माण बिना किसी मौजूद रोड के चौड़ीकरण या डिजाइन में बदलाव किए होगा.
2 वजह पर है सरकार का फोकस
सूत्रों के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे पर सरकार 2 वजहों से फोकस कर रही है. पहला एक्सप्रेस-वे के जरिए ट्रैफिक मूवमेंट को काफी आसान और तेज बनाया जा सकेगा और दूसरा, नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के जरिए भूमि अधिग्रहण का बोझ (Cost of Land Acquisition) भी काफी कम आएगा.
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इन शहरों में बनेंगे नए एक्सप्रेसवे
सूत्रों के मुताबिक, सरकार जिन शहरों के बीच नए एक्सप्रेस-वे को बनाने की योजना बना रही है उनमें वाराणसी- रांची-कोलकाता, इंदौर-मुम्बई, बंगलोर-पुणे, चेन्नई-त्रिचि आदि शामिल है. इसके अलावा, नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट में पटना-राउरकेला, झांसी-रायपुर, सोलापुर-बेलगाम, बंग्लुरु-विजयवाड़ा, गोरखपुर-बरेली, वाराणसी-गोरखपुर शामिल हैं.
बढ़ जाएगी गाड़ियों की औसत स्पीड
सड़क परिवहन मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, नए एक्सप्रेस-वे के लिए गाड़ियों की औसत स्पीड को भी काफी बढ़ाया गया है. एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों की एवरेज स्पीड या औसत रफ्तार 120 किमी तय की गई है.
2024 तक होगा लक्ष्य पूरा
हाइवे इंफ्रा के इस जबरदस्त लक्ष्य को पूरा करने की जिम्मेदारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को दी गई है. NHAI भारतमाला फेज 2 के लिए जल्द ही बिडिंग प्रक्रिया की शुरुआत करेगी. सूत्रों के मुताबिक, भारतमाला फेज 2 के तहत एक्सप्रेसवे समेत कुल 4000 किमी के रोड का जाल बिछया जाएगा. साल 2024 तक इस लक्ष्य को हासिल किया जाएगा.
01:49 PM IST