आर्थिक प्रतिबंधों से घिरे और यूक्रेन के खिलाफ जंग में उलझे रूस के केंद्रीय बैंक ने नीतिगत ब्याज दर में एक फीसदी अंक की बढ़ोतरी करते हुए उसे 19 फीसदी पर पहुंचा दिया है. बैंक ऑफ रूस ने शुक्रवार को एक बयान में नीतिगत दर में बढ़ोतरी की जानकारी दी. उसने कहा कि घरेलू मांग में वृद्धि अभी भी वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति बढ़ाने की क्षमताओं से काफी आगे निकल रही है. इसके साथ ही रूसी केंद्रीय बैंक ने महंगाई को अगले साल चार फीसदी के लक्ष्य पर लाने के लिए नीतिगत दर में आगे और बढ़ोतरी की संभावना भी जताई. 

रूस में खुदरा महंगाई 9.1% पर पहुंची

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रूस में खुदरा महंगाई इस समय 9.1 फीसदी के स्तर पर है. उच्च महंगाई से निपटने के साथ सेना पर सरकारी खर्च बढ़ने से अर्थव्यवस्था की उत्पादन क्षमता और श्रमिकों के वेतन पर पड़ने वाले असर को कम करने के लिए ब्याज दर में बढ़ोतरी की गई है. हालांकि रूस की अर्थव्यवस्था तेल निर्यात से मिलने वाले राजस्व और सैन्य साजो-सामान समेत अन्य वस्तुओं पर सरकारी खर्च की वजह से ठोस वृद्धि दिखा रही है. लेकिन इसकी वजह से उच्च महंगाई के भी हालात बने हैं जिस पर काबू पाने के लिए बैंक ऑफ रूस ने नीतिगत दर में बढ़ोतरी का तरीका अपनाया है.

ECB ने ब्याज दरों में कटौती की

इधर गुरुवार को यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने अर्थव्यवस्था में सुस्ती और महंगाई के कम होने के बीच इंटरेस्ट रेट में कटौती का ऐलान किया है. ECB के गवर्निंग काउंसिल ने मॉनिटरी पॉलिसी रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की है. इस साल इंटरेस्ट रेट में यह दूसरी कटौती की गई है. इसके अलावा 2024 के लिए इकोनॉमिक ग्रोथ के अनुमान को घटाकर 0.8% कर दिया गया है. प्रेस नोट के मुताबिक, ECB ने डिपॉजिट फेसिलिटी रेट में 25 bps की कटौती की गई है. यह मॉनिटरी पॉलिसी रेट है. डिपॉजिट फेसिलिटी रेट को घटाकर 3.65% कर दिया गया है.